इस्लामाबाद
अफगान सरकार के भारी दबाव के आगे झुकते हुए पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने अफगानिस्तान को वाघा-अटारी बॉर्डर के जरिए भारत को निर्यात की मंजूरी दे दी है। बताया जा रहा है कि 15 जुलाई से के जरिए भारत को निर्यात शुरू हो जाएगा। पाकिस्तान सरकार ने यह फैसला ऐसे समय पर लिया है, जब भारत के साथ उसकी तनातनी चल रही है।
अफगान सरकार के भारी दबाव के आगे झुकते हुए पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने अफगानिस्तान को वाघा-अटारी बॉर्डर के जरिए भारत को निर्यात की मंजूरी दे दी है। बताया जा रहा है कि 15 जुलाई से के जरिए भारत को निर्यात शुरू हो जाएगा। पाकिस्तान सरकार ने यह फैसला ऐसे समय पर लिया है, जब भारत के साथ उसकी तनातनी चल रही है।
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान ट्रांजिट ट्रेड एग्रीमेंट के तहत यह अनुमति दी है। यही नहीं पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने कोरोना वायरस महामारी से पहले की तरह से सभी बॉर्डर क्रॉसिंग पर द्विपक्षीय और अफगान ट्रांजिट ट्रेड की अनुमति दे दी है। पाकिस्तान सरकार ने एक बयान जारी करके कहा कि वह ट्रेड समेत अफगानिस्तान के साथ सभी द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के प्रति प्रतिबद्ध है।
अफगानिस्तान के अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान के रास्ते वाघा बॉर्डर पर स्थित भारतीय शहर अटारी से व्यापार की खातिर काबुल काफी लंबे वक्त से इस्लामाबाद से मांग करता रहा है। हालांकि, पाकिस्तान इस तरह की मंजूरी देने से आनाकानी करता रहा है और इसकी वजह भारत के साथ उसके तनावपूर्ण रिश्ते हैं। हाल ही में भारत ने कई सौ टन अनाज को ईरान के रास्ते अफगानिस्तान को भेजा था।