केरल के चर्चित गोल्ड स्मगलिंग केस में समेत कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की स्पेशल कोर्ट ने स्वपना सुरेश और संदीप नायर को 8 दिन की एनआईए कस्टडी में भेज दिया है। इससे पहले दोनों को 14 दिन की रिमांड पर भेजा गया था। अब दोनों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने पर इन्हें कस्टडी में भेज दिया गया है। इसी केस में नाम आने के बाद केरल के सीएम पिनराई विजयन ने अपने प्रिंसिपल सेक्रेटरी को भी हटा दिया था।
एनएआई ने स्पेशल कोर्ट के सामने बताया कि आरोपियों ने यूएई दूतावास के फर्जी मुहर और प्रतीकों का इस्तेमाल करते हुए तस्करी की। साथ ही यह भी कहा कि इन लोगों ने तस्करी जो सोना लाया, उसका इस्तेमाल गहने बनाने में नहीं बल्कि आतंकी गतिविधियों में किया गया। 30 किलोग्राम सोने की तस्करी के केस में स्वपना सुरेश और संदीप नायर को 11 जुलाई को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था। एनआईए ने अगले दिन इन दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को 14 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया।
क्या है ?
त्रिवेंद्रम इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर 5 जुलाई को एक राजनयिक के सामान से 30 किलोग्राम सोना जब्त किया गया। तस्करी रैकेट की मुख्य संदिग्ध स्वपना सुरेश सत्ताधारी लेफ्ट सरकार की करीबी बताई जा रही है। आरोपों के बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा था कि वह सीबीआई जांच के लिए तैयार हैं। उन्होंने अपने प्रमुख सचिव एम शिवशंकर को भी उनके पद से हटा दिया है। तस्करी रैकेट में स्वपना सुरेश का नाम आने के तत्काल बाद बीजेपी केरल के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि आईटी सचिव और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के कार्यालय ने स्वपना का नाम हटाने के लिए दबाव बनाया।
स्वपना सुरेश कौन है?
स्वपना अबू धाबी में पैदा हुई और वहीं पली-बढ़ी है। वर्ष 2011 में उसने तिरुवनंतपुरम में एक ट्रैवेल एजेंसी में नौकरी जॉइन की। दो साल बाद एयर इंडिया एसएटीएस से जुड़ गई लेकिन 2016 में वह अबू धाबी चली गई, जब अपराध शाखा ने उसके खिलाफ चारसौबीसी की एक जांच शुरू की थी। स्वपना को उसके बाद यूएई कंसुलेट में नौकरी मिल गई। चूंकि स्वपना अरबी भाषा धाराप्रवाह बोलती है, लिहाजा वह अरब के कारोबारियों के संपर्क में आ गई और उसने केरल के लिए कई प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व किया।