उपचुनाव से पहले एमपी में सियासी उठापटक जारी है। मलहरा सीट से कांग्रेस के विधायक रहे प्रद्युमन सिंह लोधी ने रविवार को दोपहर 2 बजे के करीब बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी। उसके 6 घंटे बाद ही लोधी को पार्टी ने बड़ा इनाम दिया है। उन्हें ने कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। इसे लेकर अधिसूचना जारी कर दी है।
बीजेपी में शामिल होने के 6 घंटे बाद ही शिवराज सरकार ने कांग्रेस से आए पूर्व विधायक प्रद्युमन सिंह लोधी को खाद्य आपूर्ति निगम का अध्यक्ष बना दिया है। लोधी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त रहेगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में सदस्यता ग्रहण करने के बाद लोधी ने कहा था कि हम अपने क्षेत्र के विकास के लिए बीजेपी में आए हैं।
कांग्रेस में किया जा रहा था टारगेट
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के जो लोग कांग्रेस में रह गए थे। उन्हें टारगेट किया जा रहा था। कमलनाथ के निष्ठा वाली बात से सिंधिया के साथ रहे लोगों की मुश्किलें कांग्रेस में बढ़ गई थी। उसके बाद लोधी ने पार्टी छोड़ दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और कांग्रेस विधायक पार्टी छोड़ेंगे।
जायसवाल को भी मिला तोहफा
वहीं, कमलनाथ की सरकार में खनिज मंत्री रहे निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल को भी तोहफा मिला है। उन्होंने भी प्रदेश में सत्ता बदलते ही बीजेपी को समर्थन देने का फैसला किया था। राज्यसभा चुनाव में भी उन्होंने बीजेपी को वोट दिया था। प्रदीप जायसवाल को एमपी राज्य खनिज निगम लिमिटेड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। साथ ही उन्हें भी राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है।
उमा से भी की थी मुलाकात
उमा भारती लोधी समाज से आते हैं। प्रद्युमन सिंह लोधी भी उसी समाज से हैं। रविवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात के बाद भोपाल स्थित उमा भारती के आवास पर जाकर लोधी ने उनसे मुलाकात की थी। साथ ही कहा था कि आज उन्हीं के आशीर्वाद से यहां हूं। उमा भारती भी मलहरा सीट से चुनाव लड़ती रही हैं।
25 सीट पर होगा उपचुनाव
एमपी में पहले 24 सीटों पर उपचुनाव होना था। जिसमें 22 सीट कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में आए पूर्व विधायकों के हैं। अब लोधी की सीट भी खाली हो गई है। ऐसे में एमपी में 25 सीटों पर उपचुनाव होगा। 230 सीट वाले एमपी विधानसभा में अब सदस्यों की संख्या 205 रह गई है। इसमें कांग्रेस के 91, बीजेपी के 107, बीएसपी के 2, सपा के 1 और 4 निर्दलीय विधायक हैं।