जयपुर।राजस्थान की राजधानी जयपुर में सत्ता के लिए जारी संघर्ष (political crisis in rajasthan) के बीच ‘नाराज’ सचिन पायलट (rajasthan dy cm sachin pilot) ने रविवार को अपने पुराने दोस्त ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) से मुलाकात की। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार दोपहर में दोनों नेता करीब 40 मिनट के लिए मिले। हालांकि, दोनों में से किसी ने मुलाकात की पुष्टि तो नहीं की, लेकिन इसके बाद सिंधिया ने ट्वीट कर अपने मित्र के लिए हमदर्दी जताई। इसी बहाने उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के नेतृत्व पर निशाना भी साधा।सिंधिया (jyotiraditya scindia) ने ट्वीट में कहा है कि उन्हें अपने दोस्त की हालत पर तरस आ रहा है। पायलट को सीएम गहलोत (rajasthan cm ashok gehlot) दबाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि कांग्रेस में टैलेंट और क्षमता का कोई महत्व नहीं है।दिल्ली में दोनों की कथित मुलाकात कांग्रेस की चिंता बढ़ाने वाली है। पायलट अपने समर्थक विधायकों के साथ दिल्ली में हैं और कांग्रेस आलाकमान से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। इधर, हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाऊ की ताजा जानकारी के मुताबिक राजस्थान के करीब 40 कांग्रेस विधायक सीएम गहलोत (rajasthan cm ashok gehlot) के संपर्क में नहीं हैं। पीटीआई के मुताबिक पायलट ने रविवार को 30 विधायकों के समर्थन का दावा किया और कहा है कि राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में आ चुकी है। यह भी जानकारी मिली है कि राज्य के 13 निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी से संपर्क साधा है। इधर, गहलोत ने रविवार रात 9 बजे अपने मंत्रियों-विधायकों की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री अभी भी विधायकों के साथ अनौपचारिक बैठकें कर रहे हैं।कांग्रेस के नेता दावा कर रहे हैं कि प्रदेश में कोई गुटबाजी नहीं है। उन्होंने यह भी कहा है कि पार्टी के अधिकांश विधायक गहलोत के संपर्क में हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि कांग्रेस की सरकार गहरे संकट में है। ऐसे में सिंधिया के साथ पायलट की मुलाकात कांग्रेस के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है। करीब 4 महीने पहले इसी तरह सिंधिया के समर्थक विधायकों ने बेंगलुरू में डेरा डाल लिया था और मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई थी। डर इस बात का है कि कहीं दो दोस्तों की यह मुलाकात राजस्थान में भी उसकी सरकार का यही हश्र न कर दे।