हरियाणा के रोहतक में पर रहने वाली पूजा रानी ने 10वीं बोर्ड परीक्षाओं में 80 प्रतिशत अंक लाकर सबको चौंका दिया। मूल रूप से मध्य प्रदेश की रहने वाली पूजा अपने माता-पिता और तीन बहनों के साथ रोहतक की एक कॉलोनी की फुटपाथ पर एक छोटे से टिनशेड में रहती हैं। शुक्रवार को हरियाणा बोर्ड के नतीजे घोषित किए गए थे, जिसमें पूजा को 80 प्रतिशत अंक मिले।
पूजा के माता-पिता हैं। नतीजा जानने के बाद पूजा ने बताया कि यह नंबर उनके लिए बहुत मायने रखते हैं। पांच साल पहले उन्होंने गांधी स्कूल के जरिए अपनी पढ़ाई की शुरुआत की थी। उन्होंने बताया कि गांधी स्कूल के क्लासेज स्ट्रीट लाइट के नीचे चलती हैं और इसमें केवल प्रवासी मजदूरों के बच्चे पढ़ते हैं।
मजदूरों के बच्चों का स्कूल
रोहतक के इस इलाके में गांधी स्कूल दरअसल, प्रवासी मजदूरों के इन बच्चों के लिए उम्मीद की एक किरण है। नरेश कुमार एक समाजसेवी हैं और 15 साल से वह इस इलाके में गांधी स्कूल चला रहे हैं। नरेश ने कहा कि उन्होंने ऐसा महसूस किया था कि स्थानीय इलाके के स्कूलों में प्रवासी मजदूरों के बच्चों के साथ भेदभाव किया जाता है। इसके बाद उन्होंने यह स्कूल शुरू करने का फैसला लिया। इस स्कूल में पूजा की तरह कई प्रवासी मजदूरों के बच्चे पढ़ते हैं।
पूजा के पिता कैलाश कुमार दिहाड़ी मजदूर हैं और मां घरों में साफ-सफाई का काम करती हैं। पूजा ने बताया कि उनकी मां उन्हें तथा उनकी बहनों को पढ़ाई में काफी मदद करती हैं। पूजा टीचर बनना चाहती हैं और अपनी तरह के बच्चों को, जो पढ़ाई का खर्च उठा पाने में सक्षम नहीं है, उन्हें पढ़ाना चाहती हैं।