नई दिल्ली
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने मध्य प्रदेश के रीवा में एक सौर ऊर्जा परियोजना को एशिया की सबसे बड़ी परियोजना बताने के लिए शनिवार को पर निशाना साधा। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय के एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा, ‘असत्याग्रही!’।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने मध्य प्रदेश के रीवा में एक सौर ऊर्जा परियोजना को एशिया की सबसे बड़ी परियोजना बताने के लिए शनिवार को पर निशाना साधा। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय के एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा, ‘असत्याग्रही!’।
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के रीवा में 750 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना का वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उद्घाटन करते हुए कहा, ‘रीवा का यह सौर ऊर्जा संयंत्र इस पूरे क्षेत्र को इस दशक में ऊर्जा का बहुत बड़ा केन्द्र बनाने में मदद करेगा।’
प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को यह भी कहा था, ‘आज रीवा ने वाकई इतिहास रच दिया है। रीवा की पहचान मां नर्मदा के नाम से और सफेद बाघ से रही है। अब इसमें एशिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना का नाम भी जुड़ गया है।’
गौरतलब है कि कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पार्टी के कुछ अन्य नेताओं का कहना है कि दो साल पहले कर्नाटक में 2,000 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना शुरू हुई तो ऐसे में रीवा की 750 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना एशिया में सबसे बड़ी कैसे हुई।