सकलैन ने कहा कि सचिन की वो पारी उस पाकिस्तान टीम के खिलाफ थी जो तैयार थी और मैच जीतने के लिए आगे बढ़ रही थी जबकि सहवाग की पारी मुल्तान की पिच पर पहले ही दिन आई थी। सकलैन ने यूट्यूव शो ‘क्रिकेटबाज’ पर कहा, ‘मैं सचिन द्वारा चेन्नै टेस्ट की दूसरी पारी में बनाए गए 130 रनों को सहवाग के तिहरे शतक से ऊपर रखूंगा, क्योंकि हम वहां पूरी तैयारी से गए थे। वह लड़ाई वाला मैच था, वहां बेहतरीन प्रतिस्पर्धा हो रही थी।’
उन्होंने कहा, ‘जबकि यहां 2004 में मुल्तान में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं थी और वो तिहरा शतक पहली पारी में लगा था न की दूसरी पारी में। पहली पारी में पिच के पहले दिन, कोई तैयार नहीं थी। उनके माता-पिता के अच्छे काम और उनके कुछ अच्छे काम उनकी मदद कर गए।’
उल्लेखनीय है कि दोनों ही पारियों को पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई बेहतरीन पारियों में गिना जाता है। सहवाग की पारी तो इतनी मशहूर हुई कि उन्हें मुल्तान का सुल्तान तक कहा जाने लगा। दूसरी ओर, सचिन की बात ही निराली है। उनके नाम तो कई ऐसी यादगार पारियां हैं।