करियर में कई हाइलाइट्स
यह साल 1970-71 था जब गावसकर ने वेस्टइंडीज में अपने करियर की शुरुआत की। चार टेस्ट मैचों में उन्होंने चार सेंचुरी लगाईं। 774 रन बनाए और औसत रहा 154 का। यहीं से गावसकर का वेस्टइंडीज के साथ रोमांस शुरू हुआ। वेस्टइंडीज में उन्होंने 13 टेस्ट मैच खेले। सात शतक लगाए और औसत रहा 70। इसके उलट इंग्लैंड के खिलाफ यह औसत 38 का रहा। किसी भी देश के खिलाफ यह उनका सबसे कम बल्लेबाजी औसत है।
30 शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज
गावसकर ने भारत के लिए 34 टेस्ट शतक लगाए। जिसमें से 22 मैच ड्रॉ रहे। उन्होंने सर डॉन ब्रैडमैन के 29 टेस्ट शतक के रेकॉर्ड को तोड़ा।
10 हजार अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर
टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन बनाने वाले वह पहले बल्लेबाज बने। लगातार 100 टेस्ट खेलने वाले पहले क्रिकेटर भी बने। अपनी आखिरी टेस्ट पारी में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 96 रन बनाए। 1986-87 की उस सीरीज में गावसकर की यह पारी लाजवाब थी। हालांकि भारत यह मैच 16 रन से हार गया।
कई सम्मान मिले
गावसकर को उनके योगदान के लिए 1980 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया। इसके अलावा 1980 में ही उन्हें विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर भी चुना गया। साल 2009 में वह आईसीसी हॉल ऑफ द फेम में शामिल हुए। और 2012 में उन्हें सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया।
एक ‘स्लो’ पारी भी
साल 1975 में पहला वर्ल्ड कप खेला गया। इसमें गावसकर ने 7 जून को 1975 को हुए इस मैच में गावसकर ने इंग्लैंड के खिलाफ 174 गेंदों पर नाबाद 36 रनों की पारी खेली थी। इस पारी का जिक्र आज भी होता है।
करियर का रेकॉर्ड
गावसकर ने करियर में 125 टेस्ट और 108 वनडे इंटरनैशनल मैच खेले। उनके नाम टेस्ट करियर में 10122 रन और वनडे इंटरनैशनल में कुल 3092 रन दर्ज हैं। टेस्ट में उन्होंने कुल 34 शतक लगाए और 45 अर्धशतक जड़े।