बाल्टिक सी में रूसी किलर पनडुब्बी, टेंशन में US

मॉस्को
रूस ने बाल्टिक सागर क्षेत्र में अमेरिका के बढ़ते कदमों से परेशान होकर अपने परमाणु शक्ति युक्त पनडुब्बी को तैनात कर दिया है। इससे न केवल अमेरिका की टेंशन बढ़ गई है बल्कि उसके पोलैंड और स्वीडन जैसे सहयोगी देश भी चिंतित हैं। ऑस्कर सेकेंड श्रेणी की इस क्रूज मिसाइल पनडुब्बी को 9 जुलाई को बाल्टिक सागर में स्थित डेनमार्क के ग्रेट बेल्ट ब्रिज को पार करते देखा गया था।

पहली बार बाल्टिक सी में परमाणु पनडुब्बी तैनात
रूस इससे पहले बाल्टिक सागर क्षेत्र में डीजल इलेक्ट्रिक शक्ति युक्त पनडुब्बियों को ही तैनात करता रहा है। लेकिन ऑस्कर श्रेणी की यह पनडुब्बी परमाणु शक्ति से संचालित है जो महीनों तक अपने ऑपरेशन को गुपचुप तरीके से अंजाम दे सकती है। इसके अलावा यह पनडुब्बी लंबी दूरी तक मार करने वाली घातक क्रूज मिसाइलों से भी लैस है।

रूसी नौसेना दिवस में हिस्सा लेगी यह पनडुब्बी
ओपन सोर्स इंटेलिजेंस के विश्लेषकों ने बताया कि इस पनडुब्बी का नाम Orel (K-266) है। जिसके 26 जुलाई को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित नौसैना दिवस परेड में हिस्सा लेने की उम्मीद है। बता दें कि रूस का सबसे बड़े औद्योगिक शहरों और नेवल बेस में से एक सेंट पीटर्सबर्ग बाल्टिक सी के मुहाने पर ही स्थित है। इसी रास्ते से रूस का ज्यादातर व्यापार होता है।

इन मिसाइलों को दाग सकती है रूसी पनडुब्बी
Orel पनडुब्बी P-800 Oniks मिसाइल को फायर करने में सक्षम है। यह मिसाइल सुपरसोनिक स्पीड से दुश्मनों के युद्धपोतों और जमीन पर मौजूद ठिकानों को पल भर में नष्ट कर सकती है। इस पनडुब्बी में 3M14K Kalibr लैंड बेस्ड क्रूज मिसाइल भी तैनात है जो अमेरिकी सेना के टॉमहॉक क्रूज मिसाइल के बराबर ताकतवर है। इन दोनों मिसाइलों की मारक क्षमता का सीरिया में टेस्ट किया जा चुका है। जहां इसने अपने निशानों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया था।

यहां देखी गई रूसी पनडुब्बी

पोलैंड में अमेरिकी सेना की तैनाती से तनाव
बाल्टिक सी के किनारे स्थित पोलैंड में अमेरिकी सेना के तैनाती की खबरों से ही इस क्षेत्र में तनाव बना हुआ है। बाल्टिक सी क्षेत्र में अमेरिकी सैनिकों की तैनाती को रूस अपने घेराव के रूप में देख रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया था कि जर्मनी में मौजूद अमेरिकी सैनिकों में से कुछ को पोलैंड भेजा जाएगा। ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने (पोलैंड ने) हमसे पूछा है कि क्या हम अतिरिक्त सैनिक भेज सकते हैं। वे इसके लिए भुगतान करेंगे। वे अतिरिक्त सैनिक भेजने के लिए भी भुगतान करेंगे। हम संभवत: जर्मनी से सैनिकों को पोलैंड भेजेंगे।

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