महाराष्ट्र ने तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वाले नागरिकों से अपील की है, कि वह सोशल मीडिया पर आने वाले मैसेज पर ध्यान रखें। कोई भी संदेश फॉरवर्ड करने के पहले उसे पढ़ें अगर वह गैर जरूरी हो तो उसे फॉरवर्ड ना करें। के इस महासंकट के दौरान महाराष्ट्र साइबर विभाग के पास ऐसी कई सारी शिकायतें आ रही हैं, जिसमें लोग गलत जानकारियां सोशल मीडिया पर फैला रहे हैं। ऐसे संदेशों की वजह से लोगों के बीच में तनाव पैदा हो सकता है।
पुलिस डिपार्टमेंट की सलाह
साइबर विभाग के विशेष पुलिस महानिरीक्षक यशस्वी यादव ने बताया की खासतौर पर पर आने वाले गलत मैसेज, वीडियो, पोस्ट और इसी प्रकार कोरोना महामारी को धार्मिक रंग देने का प्रयास करने वाले संदेश,को रोकना बहुत जरूरी है। उपद्रवी तत्व समाज को बांटने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। इसलिए ऐसे गलत पोस्ट से बचे जो शहर और राज्य में कानून एवं व्यवस्था के लिए खतरा पैदा कर सकता हो।
व्हाट्सअप इस्तेमाल करते समय रखें विशेष ध्यान
व्हाट्सएप इस्तेमाल करने वाले लोग खासतौर पर यह ध्यान रखें, अगर आपके ग्रुप में किसी भी सदस्य ने गलत मैसेज भेजा है तो आप इसकी शिकायत नजदीकी पुलिस स्टेशन में करें। साथ ही
पर भी आप सूचना दे सकते हैं।
ग्रुप एडमिन क्या करें
ग्रुप एडमिन के लिए भी साइबर विभाग की तरफ से खास निर्देश दिए गए हैं। ग्रुप एडमिन उन सभी लोगों को ग्रुप से बाहर निकाल सकते हैं जो समाज में दुर्भावना फैलाने का काम करते हैं। जरूरत पड़ने पर व्हाट्सएप की सेटिंग बदल कर ओनली एडमिन का विकल्प चुने, ताकि अनावश्यक मैसेज से ग्रुप को बचाया जा सके।
मुंबई में भी बिगड़ सकते थे हालात
हाल ही में जिस तरह से स्वर्गीय बाबासाहेब आंबेडकर के निवास स्थान राजगृह पर हमला हुआ था। हमले की जानकारी फैलने के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू की। मुंबई पुलिस के लिए भी इस चीज पर नियंत्रण पाना एक चुनौती का काम था। ऐसे ही आपत्तिजनक संदेशों को सोसाइटी में जाने से बचाने के लिए पुलिस विभाग की तरफ से यह गाइडलाइन जारी की गई है।