विकास की गिरफ्तारी के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। विपक्ष के निशाने पर यूपी और एमपी की पुलिस है। ये तो साफ है कि दुकानदार और निजी सुरक्षाकर्मियों की सूचान पर उसकी गिरफ्तारी हुई है। ऐसे में कांग्रेस के एक ट्वीट से सियासी बवाल मच गया है। कांग्रेस ने विकास की गिरफ्तारी को एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से जोड़ा है।
एमपी कांग्रेस ने ट्वीट किया है कि एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा यूपी चुनाव में कानपुर के प्रभारी थे। आगे आप खुद समझदार हैं।
वहीं, पूर्व गृह मंत्री बाला बच्चन ने भी विकास की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं। बाला बच्चन ने कहा है कि उसकी गिरफ्तारी संदिग्ध है। इतने दुर्दांत अपराधी को गिरफ्तारी के बाद हथकड़ी नहीं लगाया है। उसे पुलिस आराम से सोफे पर बैठा रही है। साथ ही बेखौफ होकर वह महाकाल मंदिर में घुस जाता है। साथ ही गर्व से कहता है कि मैं कानपुर वाला विकास दुबे हूं। उसके मन में आज भी खौफ नहीं है। साथ ही गृह मंत्री नरोत्त मिश्रा यूपी चुनाव के दौरान कानपुर के प्रभारी रहे हैं।
न्यायिक जांच हो
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए न्यायिक जांच की मांग की है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया है कि मैं शिवराज जी से विकास दुबे की गिरफ्तारी या सरेंडर की न्यायिक जांच की मांग करता हूं। इस कुख्यात गैंगस्टर के किस-किस नेता और पुलिसकर्मियों से सम्पर्क हैं, जांच होनी चाहिए। विकास दुबे को न्यायिक हिरासत में रखते हुए, इसकी पुख्ता सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए ताकि सारे राज सामने आ सकें।
वहीं, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि विकास दुबे की उज्जैन से गिरफ्तारी हुई है। एमपी की पुलिस किसी को छोड़ती नहीं है। हमारी पुलिस पहले से ही अलर्ट पर थी। उससे पूछताछ की जा रही है।
कमलनाथ ने भी बोला हमला
पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी कहा है कि यूपी के कानपुर के कुख्यात गैंगस्टर और 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे के उज्जैन में महाकाल मंदिर में खुद सरेंडर करने की घटना की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। इसमें किसी बड़ी सियासी साजिश की बू आ रही है।