अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में लिखा, बीती रात हमने एक और नगीना खो दिया। जगदीप… कॉमिडी में अद्भुत काबिलियत रखने वाले, गुजर गए। अदाकारी का उनका विलक्षण अंदाज था। मुझे कई फिल्मों में उनके साथ काम करने का सम्मान हासिल हुआ। दर्शकों की नजरों में जो प्रमुख हैं, उनमें शोले और शहंशाह शामिल हैं। वो एक विनम्र शख्सियत थे, जिन्हें लाखों लोगों का प्यार मिला। मेरी दुआएं और प्रार्थनाएं उनके लिए।
अमिताभ ने आगे लिखा, जगदीप, स्क्रीन नाम अपनाना बेहद गरिमाशाली बात थी, जो इस देश की विभिन्नता में एकता की भावना को जाहिर करता है। उस दौर में कई लोगों ने ऐसा किया था… विशेष शख्सियत दिलीप कुमार, मधुबाला, मीना कुमारी, जयंत (अमजद खान के पिता) और भी बहुत सारे…
अमिताभ बच्चन ने 1988 में आई जगदीप की डायरेक्टोरियल फिल्म सूरमा भोपाली में गेस्ट अपियरेंस भी किया था। जगदीप ने अपने करियर में 400 से अधिक फिल्में कीं। जगदीप ने करीब 400 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उन्होंने 1975 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘शोले’ में सूरमा भोपाली का किरदार निभाया जो कि काफी मशहूर हुआ। उन्होंने करियर की शुरुआत चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर बीआर चोपड़ा की फिल्म ‘अफसाना’ से की थी।
जगदीप ने ‘लैला मजनू’, ‘खिलौना’, ‘आइना’, ‘सुरक्षा’, ‘फिर वही रात’, ‘पुराना मंदिर’, ‘शहंशाह’, ‘अंदाज अपना अपना’, ‘चाइना गेट’, ‘कहीं प्यार ना हो जाए’, ‘बॉम्बे टू गोवा’ जैसी फिल्मों में काम किया। बता दें, जगदीप के बेटे जावेद जाफरी इंडस्ट्री के मशहूर ऐक्टर और डांसर हैं। उनके दूसरे बेटे टेलिविजन प्रड्यूसर और डायरेक्टर नावेद जाफरी हैं।