चीन के खिलाफ सख्त रूख अपनाए हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जल्द ही नए प्रतिबंधों का ऐलान कर सकते हैं। वाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कायली मैकनेनी ने कहा कि आप जल्द ही चीन के खिलाफ नए कार्रवाईयों के बारे में सुनेंगे। मैं अभी इसके बारे में कोई खुलासा नहीं करूंगी। आपको हमारे ऐलान का इंतजार करना पड़ेगा।
वाइट हाउस ने की पुष्टि
कायली ने कहा कि मैं राष्ट्रपति ट्रंप से पहले कुछ नहीं बता सकती हूं। लेकिन, इसकी पुष्टि करती हूं कि आने वाले दिनों में चीन के खिलाफ हम और सख्त कार्रवाई करने जा रहे हैं। बता दें कि इन दिनों अमेरिका और चीन में तनाव चरम पर है। वहीं, अमेरिकी नेवी के दो एयरक्राफ्ट कैरियर चीन सागर में युद्धाभ्यास भी कर रहे हैं।
इन मुद्दों को लेकर अमेरिका चीन में विवाद
अमेरिका और चीन के बीच विवाद का प्रमुख कारण दुनिया में अपना धौस जमाना है। ट्रेड वॉर के बाद, कोरोना वायरस, हॉन्ग कॉन्ग में नया सुरक्षा कानून, साउथ चाइना सी में अधिपत्य की होड़, भारत-जापान-ऑस्ट्रेलिया और ताइवान के खिलाफ चीन का आक्रामक रवैया, अमेरिकी पत्रकारों पर प्रतिबंध, उइगुरों का नरसंहार और तिब्बत को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद है।
चीनी अधिकारियों पर अमेरिका का वीजा प्रतिबंध
अमेरिका ने तिब्बत में विदेशियों की पहुंच रोकने के काम में शामिल चीन के वरिष्ठ नागरिकों पर नए वीजा प्रतिबंध का ऐलान किया है। इतना ही नहीं, अमेरिका ने चीन के जले पर नमक छिड़कते हुए तिब्बती लोगों की सार्थक स्वायत्तता के प्रति अपने समर्थन को फिर दोहराया है। विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि वह तिब्बत में अमेरिकी लोगों के प्रवेश का आह्वान करने वाले अमेरिकी कानून के तहत चीन में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के कुछ अधिकारियों समेत अनेक चीनी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।
तिब्बत की स्वायत्तता को यूएस का समर्थन
अमेरिका ने तिब्बती लोगों की सार्थक स्वायत्तता के लिए अपने समर्थन का फिर से खुला इजहार किया है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि तिब्बती लोगों के बुनियादी तथा अहस्तांतरणीय मानवाधिकारों के लिए, उनके विशिष्ट धर्म, संस्कृति और भाषायी पहचान को संरक्षित रखने की खातिर काम करने के लिए हम दृढ़ संकल्पित हैं। भारत में रह रहे तिब्बत के निर्वासित धार्मिक नेता दलाई लामा तिब्बत के लोगों के लिए सार्थक स्वायत्तता की मांग करते रहे हैं। लेकिन चीन 85 वर्षीय दलाई लामा को अलगाववादी मानता है।
अमेरिकी एनएसए ने जिनपिंग को बताया तानाशाह
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने कहा था कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव शी जिनपिंग खुद को सोवियत तानाशाह जोसेफ स्टालिन के उत्तराधिकारी के रूप में देखते हैं। इतना ही नहीं, अमेरिकी एनएसए ने फीनिक्स में एक कार्यक्रम के दौरान यह भी कहा कि हमारी सहनशीलता और भोलेपन के दिन अब खत्म हो गए हैं। हम अब कम्युनिस्ट पार्टी और उसकी विचारधारा के प्रसार पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई करेंगे। अमेरिका अब चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के कारण पैदा होने वाले खतरों को लेकर सचेत हो गया है।