एक इंटरव्यू के दौरान अन्नू ने भी नेपोटिज्म पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि अगर नेपोटिज्म सच में काम करता तो आज सनी देओल, अमिताभ बच्चन, वासु भगनानी, हैरी बावेजा जैसे सिलेब्स के बच्चे भी टॉम क्रूज बन जाते। ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने बिना किसी कनेक्शन के अपना नाम बनाया है। सच तो यह है कि नेपोटिज्म जैसा कुछ नहीं है। अगर आप प्रिविलेज फैमिली में पैदा हुए हों तो भी टैलंट मैटर करता है।
सही होने की उम्मीद करना मूर्खों के स्वर्ग में रहने जैसा
कपूर ने आगे कहा कि इस इंडस्ट्री में सब सही हो जाएगा, ऐसी उम्मीद करना मूर्खों के स्वर्ग में रहने जैसा है। पक्षपात, पाखंड, भ्रष्टाचार, ये सब भारतीय समाज के हिस्से हैं। फिल्म इंडस्ट्री भी इसी समाज का ही एक प्रॉडक्ट है, इसलिए वहां भी ये सब मौजूद है।
लोगों को जज करना बंद करना चाहिए
अन्नू के मुताबिक, किसी आर्किटेक्ट या डॉक्टर का बेटा, आर्किटेक्ट और डॉक्टर बन सकता है लेकिन अगर एक ऐक्टर का बच्चा वही करे तो हम नेपोटिज्म का रोना रोते हैं। एक माता-पिता अपने बच्चों को सही गाइडेंस देंकर अपनी ड्यूटी निभाते हैं तो इसमें गलत क्या है? इस लॉजिक के साथ लोगों को जज करना बंद करना चाहिए क्योंकि अक्षय कुमार, शाहरुख खान, अमिताभ बच्चन समेत कई लोगों ने इंडस्ट्री में बिना कनेक्शन के बड़ा काम किया है।