भारत में 118 सालों के बाद फूल की दुर्लभ प्रजाति मिली है। उत्तर प्रदेश के दुधवा टाइगर रिजर्व में वन अधिकारियों और वन्यजीव एक्सपर्ट्स को निरीक्षण के दौरान वैज्ञानिक नाम वाला फूल देखने को मिला, जिसे ग्राउंड ऑर्किड के तौर पर जाना जाता है।
IUCN की रेड लिस्ट में विलुप्तप्राय लिस्टेड पौधे की इस प्रजाति को आखिरी बार पीलीभीत में 1902 में देखा गया था। इंग्लैंड में क्यू हर्बेरियम के दस्तावेजों में यह बात दर्ज है। 19वीं सदी में गंगा नदी के मैदानी इलाकों से वनस्पति वैज्ञानिक इस प्रजाति को यहां ले आए थे। लेकिन पिछले 100 सालों से इसे फिर कभी नहीं देखा गया।
ऑर्किड की इस दुर्लभ प्रजाति को खोजने वाली टीम का हिस्सा फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने बताया, ‘हमें 30 जून को यह फूल दिखा। हमने तस्वीरें खींचकर बांग्लादेश के बॉटनिस्ट मोहम्मद शरीफ हुसैन सौरव को भेजी, जो फिलहाल जर्मनी में रिसर्च कर रहे हैं। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि यह Eulophia obtusa ही है।’
पाठक ने बताया, ‘दुधवा फॉरेस्ट रेंज में यह प्रजाति दो अलग जगहों पर पाई गई है। इसके और भी जगहों पर होने की उम्मीद है।’ वर्ल्ड वाइल्ड फंड फॉर नेचर (WWF) भारत के कोऑर्डिनेटर डॉक्टर मुदित गुप्ता ने बताया कि जल्द ही डिटेल सर्वे किया जा सकता है।