सूरज पंचोली बोले- अगर नेपोटिजम होता तो अपनी 10वीं फिल्म कर रहा होता

बॉलिवुड के टैलेंटेड ऐक्टर की आत्महत्या के बाद से फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिजम की बहस ने एक बार फिर सामने आ गई है। इस बहस में बॉलिवुड के कई बड़े सितारों के साथ ही सुशांत के फैन्स ने आदित्य पंचोली के बेटे को भी जमकर ट्रोल किया है। दरअसल पिछले दिनों सूरज पंचोली का नाम ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा था क्योंकि सुशांत के फैन्स ने सोशल मीडिया पर जमकर उनकी लानत-मलानत की थी। इसके बाद सूरज पंचोली को खुद सामने आकर बताया पड़ा था कि उनका सुशांत सिंह राजपूत या दिशा सालियन केस से कोई संबंध नहीं है।

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‘मैंने बहुत मेहनत की है’
सूरज पंचोली को के प्रॉडक्शन हाउस ने साल 2015 में फिल्म ‘हीरो’ से लॉन्च किया था। सुशांत के निधन के बाद सूरज पंचोली का नाम नेपोटिजम में भी खूब घसीटा जा रहा है। इस बारे में बात करते हुए सूरज पंचोली ने बॉम्बे टाइम्स से कहा, ‘अगर यहां सब कुछ नेपोटिजम से ही होता तो मैं अभी अपनी 10वीं फिल्म कर रहा होता। अभी जो भी कुछ हुआ है उसका नेपोटिजम से कोई मतलब नहीं है। मैंने बहुत कम उम्र में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम शुरू कर दिया था। पहले 2010 में फिल्म गुजारिश में फिर 2012 में एक था टाइगर में। यहीं मैं सलमान सर से मिला था और उन्होंने मुझे वादा किया कि वह किसी फिल्म में मुझे कास्ट करेंगे क्योंकि उन्होंने मुझमें पोटैंशल देखा। उन्होंने मुझसे पूछा भी था कि क्या में ऐक्टर बनना चाहता हूं और मैंने इसके लिए बहुत मेहनत की है।’

‘स्टार किड्स को भी देने पड़ते हैं ऑडिशंस’
आगे बात करते हुए सूरज ने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि मैं बस मुंह उठाकर फिल्म के सेट पर आ गया। मैंने पहली बार साल 2013 में फिल्म ‘काई पो छे’ के लिए ऑडिशन दिया था और मुझे रिजेक्ट कर दिया गया था। इसके बाद मैंने खुद पर काफी मेहनत की। फिर मैंने 2015 में ‘हीरो’ के लिए ऑडिशन दिया। यहां तक कि अपनी आने वाली फिल्म ‘हवा सिंह’ के लिए भी मुझे ऑडिशन देना पड़ा। मेरी मां इस समय 60 साल की हैं और पिछले 30 सालों से इस इंडस्ट्री में हैं। वह अभी भी फिल्मों के लिए ऑडिशन देती हैं। यह केवल सोच है कि स्टार किड्स को ऑडिशन नहीं देने पड़ते हैं।’

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