मैदान पर भारत और पाकिस्तान के क्रिकेटरों के बीच काफी कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है लेकिन पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज किरण मोरे ने याद किया है कि जब मैदान के बाहर दोनों टीमों ने काफी दोस्ताना व्यवहार किया था। चयनसमिति के पूर्व अध्यक्ष मोरे ने 1986-87 की सीरीज को याद किया जब दोनों टीमों ने दौरे के दौरान खूब मस्ती के साथ होली खेली थी।
मोरे ने कहा, ‘यह एक चुनौतीपूर्ण सीरीज थी। लेकिन उस टेस्ट मैच को मैं कभी नहीं भूल सकता कि रेस्ट डे को भारतीय टीम और पाकिस्तानी टीम ने होली खेली थी।’ ‘द ग्रेटेस्ट राइवलरी पॉडकास्ट’ से बातचीत में मोरी ने ये बातें कहीं।
पाकिस्तानी टीम ने 1986-87 में भारत का दौरा किया था। इस दौरे पर पांच टेस्ट और छह वनडे इंटरनैशनल मैच खेले गए थे। सीरीज के पहले चार टेस्ट मैच ड्रॉ रहे थे। मोरे ने बताया कि सीरीज के पांचवें टेस्ट मैच के लिए दोनों टीमें बेंगलुरु (तब बैंगलोर) पहुंची थीं। और होटल को लाल रंग में रंग दिया था। हालांकि पाकिस्तानी कप्तान इमरान खान बच गए थे।
मोरे ने कहा, ‘मुझे अच्छी तरह याद है कि यह बैंगलोर का वेस्टिन होटल था। पूरा होटल लाल रंग में रंगा था। स्विमिंग पूल, सभी कमरे, होटल का हर कोना लाल था।’
इमरान को थी कमरे से निकालने की कोशिश
मोरे ने कहा, ‘हमने खूब मस्ती की। भारतीय और पाकिस्तानी क्रिकेटर दोनों, इमरान खान को उनके कमरे से बाहर लाने की कोशिश कर रहे थे। वह कप्तान थे और बहुत शर्मीले इनसान थे। दोनों टीमें उन्हें बाहर लाने की कोशिश कर रहे थे ताकि उन्हें रंग लगाया जा सके।’
होली पांचवें टेस्ट से पहले खेली गई थी। यह सुनील गावसकर का आखिरी टेस्ट मैच भी था। पाकिस्तान ने यह मैच 16 रनों के अंतर से जीता था।
221 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के लिए गावसकर ने 96 रन बनाए लेकिन इकबाल कासिम (4/73) और तौसीफ अहमद (4/85) की गेंदबाजी के सामने भारतीय टीम 204 रनों पर ऑल आउट हो गई थी।
मियांदाद ने जारी रखी थी पार्टी
मोरे ने बताया कि होली खत्म होने के बाद भी जावेद मियांदाद ने पार्टी जारी रखी थी।
मोरे ने कहा, ‘इमरान खान बाहर नहीं आए। जावेद होली में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे थे। हमने होली साथ मनाई और साथ में लंच किया। भांगड़ा म्यूजिक पर जश्न मनाया। हमारे कुछ दोस्त भी पार्टी का हिस्सा बने। हमने खूब मस्ती की। अगले दिन हम फिर टेस्ट मैच खेल रहे थे।’
मैदान पर दोनों टीमें जीतना चाहती थीं और स्लेजिंग खूब होती थी। और मैदान के बाहर खूब मस्ती होती थी।