नहीं है जांच की जरूरत
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीती 2 जुलाई को अक्षय कुमार का हेलिकॉप्टर प्राइवेट हेलिपैड पर उतरा था। वह किसी लोकल रिसॉर्ट में रुके थे और बताया जा रहा था कि उनसे कमिश्नर सहित कई पुलिसवालों ने भी मुलाकात की। सोशल मीडिया में उनकी तस्वीरें आने के बाद अक्षय को मिले वीआईपी ट्रीटमेंट को लेकर चर्चा शुरू हो गई। मामले के तूल पकड़ते ही महाराष्ट्र सरकार के मंत्री छगन भुजबल ने कहा था कि इस मामले पर जांच करवाई जाएगी। हालांकि हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्री ने बाद में बताया कि उन्हें पुलिस प्रटेक्शन देने में कोई नियम नहीं तोड़ा गया। शुरुआती जानकारी कर लेने के बाद उन्हें आगे जांच की जरूरत नहीं लग रही है।
टीम ने कहा, अक्षय ने ली थी परमिशन
रिपोर्ट के मुताबिक छगन भुजबल ने बताया कि उन्होंने डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर से बात की थी। उन्होंने बताया कि अक्षय त्रियंबेकश्वर में एक डॉक्टर से मिलने आए थे। फ्लाइट मुंबई से आई थी तो इसकी जांच वहीं से की जानी चाहिए। वहीं अक्षय की टीम का कहना है कि वह हेल्थ रीजंस से वहां गए थे और उन्होंने जरूरी परमिशंस ले ली थीं।