खबर की पुष्टि करते हुए टीम के सह-मालिक और एक निदेशक उत्सव पारेख ने की। उन्होंने बताया, ‘गांगुली टीम के सह-मालिकों में से एक हैं और निदेशक बनने के शत प्रतिशत पात्र हैं। हम टीम का नाम, जर्सी और लोगो को अंतिम रूप देने के लिए पहली बार 10 जुलाई को मिलेंगे।’
पिछले महीने कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के साथ पंजीकरण के समय, ‘एटीके-मोहन बागान प्राइवेट लिमिटेड’ ने पांच सदस्यों का नाम दिया था जिसमें एटीके के सह-मालिक उत्सव पारेख, मोहन बागान के श्रीनॉय बोस एवं देबाशीष दत्ता और दो अन्य सदस्यों गौतम रे और संजीव मेहरा का नाम था।
पारेख ने रविवार को कहा, ‘यह केवल औपचारिकता थी जो आधिकारिक तौर पर उद्यम शुरू करने के लिए एक कागजी कार्रवाई है। हमने उस समय गोयनका (टीम के प्रमुख मालिक) को भी बोर्ड का हिस्सा नहीं बनाया था। हमने अब गोयनका और गांगुली को इसमें शामिल किया है।’ इस विलय से पहले, एटीके ने तीन बार आईएसएल खिताब जीता था जबकि मोहन बागान ने दो बार आई-लीग चैंपियन रही है।