कैबिनेट विस्तार के बाद बीजेपी में लगातार असंतोष बढ़ रहा है। विरोध की चिंगारी कई क्षेत्रों में सुलग रही है। बीजेपी के वरिष्ठ विधायक अजय विश्नोई ने एमपी के को पत्र लिख कर कहा है कि जबलपुर और रीवा संभाग के नागरिकों में मंत्रिपरिषद को लेकर असंतोष व्याप्त है और यह स्वाभाविक है।
विश्नोई ने सीएम को जो पत्र लिखा है कि वह सोशल मीडिया पर लीक हो गया है। जबलपुर जिले में पाटन विधानसभा क्षेत्र के 68 वर्षीय विधायक विश्नोई ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि जबलपुर और रीवा संभाग के नागरिकों में मंत्रिपरिषद को लेकर असंतोष व्याप्त है, जो स्वाभाविक है।
उन्होंने लिखा है कि आपकी (सीएम) मजबूरी को मैं समझ सकता हूं, आमजन नहीं। मंत्रिपरिषद में जगह न पाने वाले 4 बार के विधायक और प्रदेश के पूर्व मंत्री विश्नोई ने कहा कि मेरा आपसे अनुरोध है कि आप स्वयं जबलपुर और रीवा जिले का प्रभार ले लें। लोगों की नाराजी दूर हो जाएगी।
विश्नोई ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री रहते हुए जबलपुर के प्रभारी मंत्री रह चुके हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आप मेरे इस अनुरोध को स्वीकार करेंगे। जब विश्नोई से इस पत्र के लीक होने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने इस संबंध में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
गौरतलब है कि एमपी में बृहस्पतिवार को चौहान ने मंत्रिपरिषद का विस्तार कर 28 मंत्रियों को शामिल किया। इन नए मंत्रियों में 12 ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक नेता भी शामिल हैं, जिनके मार्च में कांग्रेस से इस्तीफे के बाद राज्य की कमलनाथ सरकार गिर गई थी। सिंधिया खेमे के दो मंत्री तुलसी सिलावट और गोविन्द सिंह राजपूत पहले से ही मंत्री हैं। ये सभी 14 मंत्री वर्तमान में विधायक नहीं हैं।