में अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर्स की तैनाती से भड़के चीन की पिट्ठू मीडिया की धमकियों पर अमेरिकी नौसेना ने मजा लिया है। चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स की धमकी भरे ट्वीट को रिट्वीट करते हुए अमेरिकी नेवी ने कहा कि इसके बावजूद वे उस इलाके में तैनात हैं। रविवार को ही ग्लोबल टाइम्स ने चीन के मिसाइलों की तस्वीर ट्वीट करते हुए अमेरिका को धमकी दी थी।
अमेरिकी नौसेना ने चीन की धमकियों का उड़ाया मजाक
अमेरिकी नौसेना के चीफ ऑफ इनफॉर्मेशन ने ट्वीट कर कहा कि हमारे दो एयरक्राफ्ट कैरियर साउथ चाइना सी के अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में गश्त कर रहे हैं। मजे लेते हुए यूएस नेवी ने लिखा कि यूएसएस निमित्ज और यूएसएस रोनाल्ड रीगन हमारे विवेक से भयभीत नहीं हैं। बता दें कि चीन से तनाव के बीच अमेरिकी नौसेना ने परमाणु ऊर्जा से चलने वाले अपने दो एयरक्राफ्ट कैरियर को दक्षिण चीन सागर में तैनात किया है।
ग्लोबल टाइम्स ने दी थी ये धमकी
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अमेरिका को भी ‘धमकी’ दी है। ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि चीन की सेना की किलर मिसाइलें डोंगफेंग-21 और डोंगफेंग-25 अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर को तबाह कर सकती हैं। ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि दक्षिण चीन सागर में तैनात अमेरिका के विमानवाहक पोत चीनी सेना की जद में हैं। चीनी सेना इन्हें बर्बाद कर सकती है।
चीन को किसी भी दुस्साहस के खिलाफ सख्त संदेश
इससे पहले यूएस नेवी के लेफ्टिनेंट कमांडर शॉन ब्रोफी ने बताया कि अमेरिकी नौसेना के एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस निमित्ज, यूएसएस रोनाल्ड रीगन और चार युद्धपोत दिन-रात साउथ चाइना सी में युद्धाभ्यास कर रहे हैं। अमेरिकी नौसेना दिन और रात दोनों ही समय में युद्धाभ्यास करके चीन को किसी भी दुस्साहस के खिलाफ सख्त संदेश दे रही है। इसी इलाके में इन दिनों की चीन की नौसेना भी युद्धाभ्यास कर रही है।
अमेरिकी ताकत के प्रतीक हैं ये एयरक्राफ्ट कैरियर
ये एयरक्राफ्ट कैरियर दुनियाभर में अमेरिकी नौसैनिक ताकत के प्रतीक माने जाते हैं। अमेरिका ने कहा है कि उसके इस युद्धाभ्यास का मकसद इस इलाके के हर देश को उड़ान भरने, समुद्री इलाके से गुजरने और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक संचालन करने में सहायता देना है। अमेरिका ने साउथ चाइना सी में यह युद्धाभ्यास ऐसे समय पर शुरू किया है जब इसी इलाके में चीन की नौसेना भी युद्धाभ्यास कर रही है। चीन की नेवी परासेल द्वीप समूह के पास पिछले कई दिनों से युद्धाभ्यास करके ताइवान और अन्य पड़ोसी देशों को धमकाने में जुटी हुई है।