का विस्तार हो गया है। गुरुवार को 28 नए मंत्रियों ने शपथ ली है। 28 मंत्रियों की शपथ के साथ ही शिवराज कैबिनेट में 33 मंत्री हो गए हैं। शपथ लेने वाले 28 में से हैं और 10 मंत्रियों पर क्रिमिनल केसेस है। नए मंत्रियों ने अपनी संपत्ति 1 से लेकर 8 करोड़ रुपये तक घोषित की है।
इसके साथ ही 28 में से 24 मंत्री ग्रैजुएट्स हैं, जिसमें कई डॉक्टर, इंजीनियर, पीएचडी और एमबीए भी हैं। बाकी 4 नए मंत्री मैट्रिक पास भी नहीं हैं। यह जानकारी चुनाव लड़ते वक्त मंत्रियों ने अपने हलफनामे में दिए हैं।
तोमर पर हैं सबसे ज्यादा केस
वहीं, शिवराज कैबिनेट में शामिल 10 मंत्रियों पर क्रिमिनल केसेस भी हैं। इसमें सिंधिया समर्थक प्रद्युमन सिंह तोमर पर सबसे ज्यादा केस है। तोमर पर अभी 20 केस चल रहे हैं। उसके बाद गिर्राज दंडोतिया पर 5 और इंदर सिंह परमार पर 2 केस हैं। इसके साथ ही एंदल सिंह कंषाना, सुरेश धाकड़, ओमप्रकाश सकलेचा, मोहन यादव, रामखेलावन पटेल और उषा ठाकुर पर भी 1-1 केस है।
18 मंत्रियों ने ली है शपथ
गौरतलब है कि गुरुवार को एमपी में 28 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली है। 28 में 21 कैबिनेट मंत्री और 7 राज्यमंत्री हैं। शिवराज कैबिनेट में ज्योतिरादित्य सिंधिया की हिस्सेदारी 41 फीसदी है। ऐसे में कहा जा रहा है कि कैबिनेट में ज्योतिरादित्य सिंधिया का दखल ज्यादा है।
पहली मीटिंग में ही टास्क
कैबिनेट विस्तार के बाद शिवराज सिंह चौहान ने अपनी टीम के साथ कैबिनेट की बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने कैबिनेट के नए साथियों को बधाई दी। साथ ही उन्होंने 10 नए टास्क भी दिए हैं। उन्होंने कहा है कि न तो मैं चैन बैठूंगा और न ही किसी को चैन से बैठने दूंगा।
ग्वालियर-चंबल का दबदबा
कैबिनेट विस्तार में ग्वालियर चंबल का पूरी तरह से दबदबा है। अब ग्वालियर-चंबल से कैबिनेट में कुल 12 मंत्री हैं। जबकि कमलनाथ की सरकार में 6 थे। कहा जा रहा है कि कैबिनेट का विस्तार उपचुनाव को देखते हुए हुआ है। 24 में से 16 सीटें ग्वालियर-चंबल से ही हैं। ऐसे में उस क्षेत्र पर ज्यादा फोकस किया गया है।