पाकिस्तान के कराची में गुरुवार को खूंखार आतंकी और 2008 के मुंबई हमले के मास्टरमाइंड के साथी की कथित तौर पर हत्या कर दी है। इस बारे में शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से जानकारी सामने आई है। आतंकी मौलाना मुजीब-उर-रहमान जमुरानी बलूचिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के ही जमात-उद-दवा के लिए काम करता था और कई बलूचों की हत्या में शामिल था।
अज्ञात हमलावरों ने मारा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाफिज सईद का दायां हाथ माने जाने वाले जमुरानी पर कराची में अज्ञात लोगों ने हमला किया था। इस हमले में गुरुवार को उसकी मौत हो गई। उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आतंकी के रूप में पहचाना गया था। वह बलूचिस्तान के मकरान क्षेत्र में लश्कर-ए-तैयबा का का मुखिया था। उसके तार इस्लामिक स्टेट से भी जुड़े हुए बताए जाते हैं। आरोप है कि वह भारत में जम्मू-कश्मीर में हमलों के लिए भी आतंकियों को ट्रेनिंग देता था।
मुंबई हमलों का मास्टरमांइड सईद
लश्कर का सह-संस्थापक और जमात-उद दावा का चीफ हाफिज सईद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकी करार है। मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को हुए आतंकी हमले के पीछे भी उसका हाथ था। इस हमले में 166 लोगों की जान चली गई थी जिनमें छह अमेरिकी थे। इसके बाद उसके सिर पर अमेरिका ने 2012 में 1 करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर दिया था।
पाकिस्तान में जमात-उद-दावा पर कार्रवाई
वहीं, पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधक अदालत ने आतंकवाद की फंडिंग के एक मामले में मंगलवार को जमात उद दवा (जेयूडी) के चार शीर्ष नेताओं पर आरोप तय किए थे। ये आरोपी सईद के करीबी हैं। पंजाब पुलिस के आतंकवाद निरोधक विभाग ने 70 वर्षीय सईद और उसके साथियों के खिलाफ प्रांत के विभिन्न शहरों में आतंकवाद के वित्तपोषण के आरोप में 23 प्राथमिकी दर्ज की थीं।