फ्लावर इस समय श्रीलंका के बल्लेबाजी कोच हैं। उन्होंने ‘फॉलोइंग ऑन क्रिकेट पोडकास्ट’ पर अपने भाई एंडी और मेजबान नील मैंथोर्प के साथ बातचीत में कहा, ‘यूनिस खान…उन्हें सिखाना काफी कठिन है।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे ब्रिस्बेन की एक घटना याद है, टेस्ट मैच के दौरान सुबह के नाश्ते पर मैंने उसे कुछ बल्लेबाजी सलाह देने की कोशिश की…लेकिन उसे मेरी सलाह अच्छी नही लगी और वह चाकू मेरी गर्दन तक ले आया, मिकी आर्थर साथ ही बैठे थे, जिन्हें बीच में हस्तक्षेप करना पड़ा।’
फ्लावर ने कहा, ‘हां, यह दिलचस्प रहा, लेकिन यह कोचिंग का हिस्सा है। इससे यह यात्रा काफी मुश्किल हो जाती है और मैंने इसका सचमुच लुत्फ उठाया है। मुझे अभी काफी कुछ चीजें सीखनी हैं लेकिन में काफी भाग्यशाली हूं कि मैं इस मुकाम तक पहुंचा हूं।’ यूनिस को हाल में इंग्लैंड के दौरे के लिए पाकिस्तानी टीम का बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया गया। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 118 टेस्ट में 52.05 के औसत से 10,099 रन बनाए हैं।
पाकिस्तान के 42 वर्षीय पूर्व स्टार बल्लेबाज ने हालांकि फ्लावर के दावे पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। यूनिस के साथ यह घटना 2016 में ब्रिस्बेन में पाकिस्तान के ऑस्ट्रेलिया दौरे के शुरुआती टेस्ट के दौरान हुई होगी जिसमें वह पहली पारी में शून्य पर आउट हो गए थे और फिर दूसरी पारी में 65 रन बनाने में सफल रहे थे। उन्होंने इस दौरे का अंत तीसरे टेस्ट में 175 रन की नाबाद पारी के साथ किया था।
पाकिस्तान हालांकि इस तीन टेस्ट मैचों की सीरीज को 0-3 से गंवा बैठा था। फ्लावर ने पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज को भी दिलचस्प किरदार बताया। उन्होंने कहा, ‘वह काफी कुशल बल्लेबाज हैं, लेकिन काफी बगावती है। हर टीम में कोई विद्रोह करने वाला होता है। कभी कभार यह चीज उन्हें अच्छा खिलाड़ी बना देती है, कभी कभार ऐसा नहीं होता।’