अपनी ही पार्टी में इस्तीफे को लेकर घिरे नेपाली प्रधानमंत्री को अब पाकिस्तान का साथ मिला है। प्रधानमंत्री के ऑफिस ने भारत विरोधी रणनीति को साधने के लिए केपी शर्मा ओली से बातचीत के लिए समय मांगा है। इसमें कहा गया है कि इमरान खान पीएम ओली से फोन पर बातचीत करना चाहते हैं। बता दें कि केपी शर्मा ओली खुलेआम भारत के ऊपर अपनी सरकार को गिराने का आरोप लगा रहे हैं।
भारत पर दबाव बनाने के लिए पाक की चाल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान को नेपाल की राजनीति में भारत के खिलाफ चाल चलने का मौका नजर आ रहा है। इसलिए पाकिस्तान नेपाल के साथ मिलकर भारत पर चौतरफा दबाव बनाने के लिए कूटनीतिक चाल चलने लगा है। बता दें कि पाकिस्तान ने चीन के कहने पर पहले ही अपने 20 हजार सैनिकों को गिलगित बाल्टिस्तान इलाके में एलओसी के नजदीक तैनात किया है।
ओली पर बढ़ा इस्तीफा देने का दबाव
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की कुर्सी पर खतरे के बादल बढ़ते जा रहे हैं। सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में मचे घमासान के बीच ओली पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ता जा रहा है। पार्टी के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ जहां खुलेआम ओली सरकार की आलोचना कर रहे हैं। वहीं, इस्तीफा न देने पर पार्टी को दो टुकड़ों में बांटने की धमकी भी दे रहे हैं।
चीनी राजदूत के इशारे पर तनाव बढ़ा रहे ओली!
खुफिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नेपाली पीएम देश में चीन की राजदूत हाओ यांकी के इशारे पर भारत विरोधी सभी कदम उठा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि नेपाल के नक्शे को नए सिरे से परिभाषित करने के लिए चीनी राजदूत ने प्रधानमंत्री ओली को प्रेरित करने का काम किया है। खुफिया सूत्रों ने कहा कि हिमालयी गणराज्य नेपाल में युवा चीनी राजदूत होउ यानकी नेपाल की सीमा को फिर से परिभाषित किए जाने के लिए कॉमरेड ओली के कदम के पीछे एक प्रेरणादायक कारक रही हैं। यानी नेपाल जो भारत के कालापानी और लिपुलेख को अपने नक्शे में दर्शा रहा है, उसके पीछे चीनी राजदूत की ही कूटनीति और दिमाग काम कर रहा है।
ओली ने भारत पर लगाया सरकार गिराने का आरोप
ओली ने पिछले दिनों भारत की ओर इशारा करते हुए दावा किया था कि काठमांडू के एक होटल में उन्हें हटाने के लिए बैठकें की जा रही है और इसमें एक दूतावास भी सक्रिय है। उन्होंने दावा किया कि कालापानी और लिपुलेख को नेपाली नक्शे में दिखाने वाले संविधान संशोधन के बाद से उनके खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं। ओली ने आरोप लगाया कि उन्हें पद से हटाने के लिए खुली दौड़ हो रही है।
पीएम पद से नहीं, बल्कि पार्टी से भी इस्तीफा देने की मांग
बिना किसी सबूत के भारत पर इतने गंभीर आरोप लगाने के बाद अब ओली खुद ही अपनी पार्टी में घिर गए हैं। प्रचंड ने कहा कि भारत ने नहीं बल्कि उन्होंने ओली के इस्तीफे की मांग की है। प्रचंड ने कहा कि ओली न केवल प्रधानमंत्री के पद से बल्कि पार्टी अध्यक्ष के पद से भी इस्तीफा दें। नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी में यह भी चर्चा है कि ओली अपने खिलाफ बन रहे मोर्चाबंदी को तोड़ने के लिए पार्टी के अंदर ही टूट करा सकते हैं। पार्टी के अंदर चल रही इस कलह से बेफिक्र केपी शर्मा ओली भारत के खिलाफ जहर उगलने में लगे हुए हैं। ओली के इस भारत विरोध और अतिआत्मविश्वास के पीछे एक बड़ी वजह है। दरअसल, भारतीय खुफिया एजेंसियों का अनुमान है कि नेपाली पीएम देश में चीन की राजदूत हाओ यांकी के इशारे पर ये सभी कदम उठा रहे हैं।