नई दिल्लीविश्व क्रिकेट में पिछले 70 वर्षों में विव रिचर्ड्स से लेकर सचिन तेंडुलकर तक कई महान बल्लेबाज देखे लेकिन वह भारत के राहुल द्रविड़ थे जो कि सर एवर्टन वीक्स के लगातार पांच पारियों में शतक जड़ने के कारनामे की बराबरी करने के करीब पहुंचे थे। क्लाइड वाल्कॉट और फ्रैंक वारेल के साथ वेस्टइंडीज की मशहूर ‘डब्ल्यू तिकड़ी’ के सदस्य वीक्स का बुधवार को 95 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके नाम पर टेस्ट क्रिकेट में लगातार पारियों में सर्वाधिक पांच शतक लगाने का विश्व रेकॉर्ड है जो पिछले 70 से अधिक वर्षों से अछूता है।
वीक्स ने 48 टेस्ट मैचों में 58.61 की औसत से 4455 रन बनाए जिसमें 15 शतक शामिल हैं। उन्होंने इस बीच मार्च 1948 में इंग्लैंड के खिलाफ किंग्सटन में चौथे टेस्ट मैच में 141 रन बनाए ओर उसके बाद जब वेस्टइंडीज की टीम भारत दौरे पर आई तो दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में लगातार चार पारियों में 128, 194, 162 और 101 रन बनाए। वह छठी पारी में शतक जमाने के करीब थे लेकिन चेन्नै में खेले गए मैच में 90 रन पर रन आउट हो गए थे।
वीक्स ने तब ऑस्ट्रेलिया के जैक फिंगलटन (1936 में) और दक्षिण अफ्रीका के एलन मेलविले (1939 से 1947) के लगातार चार पारियों में शतक जड़ने के रेकॉर्ड को तोड़ा था। वीक्स ने बल्लेबाजों के सामने एक चुनौती पेश कर दी थी जिसके करीब पिछले 70 वर्षों में भारतीय क्रिकेट की दीवार राहुल द्रविड़ ही पहुंच पाए हैं। द्रविड़ ने 2002 के इंग्लैंड दौरे में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने चार टेस्ट मैचों में 100.33 की औसत से 602 रन बनाए।
इस बीच उन्होंने लगातार तीन पारियों में शतक जमाए। द्रविड़ ने अगस्त सितंबर में खेली गई इस सीरीज में नॉटिंघम में 115, लीड्स में 148 और ओवल में 217 रन की उत्कृष्ट पारियां खेली। इसके बाद जब वेस्टइंडीज की टीम तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारत दौरे पर आई तो द्रविड़ ने मुंबई में खेले गए पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में रिटायर्ड हर्ट होने से पहले 100 रन बनाए और इस तरह से लगातार चार पारियों में शतक जड़ने वाले दुनिया के चौथे बल्लेबाज बने। द्रविड़ के पास 17 अक्टूबर से चेन्नै में शुरू हुए दूसरे टेस्ट मैच में वीक्स की बराबरी करने का मौका था लेकिन वह पहली पारी में केवल 11 रन बनाकर जर्मेन लॉसन की बेहतरीन इनस्विंगर पर बोल्ड हो गए थे। वह हालांकि 1948 के बाद अकेले बल्लेबाज हैं जिन्होंने लगातार चार पारियों में शतक लगाए।
इस बीच कई बल्लेबाजों ने लगातार तीन पारियों में शतक लगाने का कारनामा किया। कुमार संगकारा ने तीन जबकि सुनील गावसकर, अरविंद डिसिल्वा और डेविड वॉर्नर ने दो – दो अवसरों पर लगातार तीन पारियों में सैकड़े ठोके, लेकिन कोई भी इस क्रम को आगे नहीं बढ़ा पाया। भारत के वर्तमान कप्तान विराट कोहली 2017 में द्रविड की बराबरी के करीब पहुंचे थे। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता में नाबाद 104, नागपुर में 213 और दिल्ली में पहली पारी में 243 रन बनाए लेकिन दूसरी पारी में वह 50 रन पर आउट हो गए थे।
ऑस्ट्रेलिया के मार्नस लाबुशाने ने पिछले साल नवंबर-दिसंबर में पाकिस्तान के खिलाफ ब्रिस्बेन में 185 और एडिलेड में 162 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ पर्थ में पहली पारी में 143 रन की पारी खेली लेकिन कोहली की तरह दूसरी पारी में अर्धशतक बनाकर पविलियन लौट गए थे।
जहां तक वीक्स का सवाल है तो उन्होंने भारतीय गेंदबाजों को हमेशा अपने निशाने पर रखा था। उन्होंने भारत के खिलाफ दस टेस्ट मैचों में 106.78 की औसत से 1495 रन बनाए जिसमें सात शतक शामिल हैं। वीक्स ने अपना सर्वोच्च स्कोर 207 रन भी भारत के खिलाफ 1953 में पोर्ट स्पेन में बनाया था।