जहां ‘टूर डि फ्रांस’ चरणों में आयोजित होती है तो वहीं आरएएएम में साइक्लिस्ट को सोने के समय को भी त्यागकर निर्धारित समय में रेस पूरी करनी होती है। अमेरिका में होनी वाली रेस में यह कई जगहों पर होती है जिसमें रेगिस्तान की गर्मी, पहाड़ी दर्रों की सर्दी और तेज हवाओं में साइकिल चलानी होती है। वर्चुअल रेस में यह सब नहीं था, लेकिन अन्य चुनौतियां शामिल थीं।
इसमें इंडोर में काफी लंबे समय तक साइकिल चलाने के अनुभव की कमी होना भी कई प्रतिस्पर्धियों के लिए मुश्किल रहा। कर्नल पन्नू ने रविवार की शाम को 12 दिन के बाद यह रेस पूरी की और अब वह सामान्य लोगों की तरह अपनी नींद लेना चाहते हैं।
पुणे से बेंगलुरु में अपने सेना विमानन विंग बेस पर लौटते हुए उन्होंने कहा, ‘आउटडोर में, आप सीट से उतरकर अपने शरीर को मोड़ लेते हो। लेकिन इंडोर में इस तरह की कोई सुविधा मौजूद नहीं थी क्योंकि साइकिल फ्रेम स्टैंड पर चिपका हुआ है।’