जम्मू-कश्मीर के सोपोर में बुधवार को हुआ आतंकी हमला पाकिस्तानी कमांडर उस्मान भाई ने अपने स्थानीय आतंकी साथी आदिल के साथ मिलकर किया था। मस्जिद के अंदर से की टीम पर उस समय हमला किया गया, जब वह गश्त ड्यूटी के लिए जा रही थे। इसमें एक जवान शहीद हुआ और एक नागरिक की मौत हुई है। सुरक्षाबलों की तरफ से कोई फायरिंग नहीं की गई क्योंकि आतंकी मस्जिद में छिपे हुए थे।
आईजी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि उस्मान अपने साथी के साथ मस्जिद में छिपा हुआ था। उसने सीआरपीएफ के जवानों को उस समय निशाना बनाया, जब वे पूरी तैयारी में नहीं थे। जवानों की तरफ से जवाबी कार्रवाई इसलिए नहीं की गई क्योंकि आतंकी मस्जिद में थे। अगर सुरक्षाबल फायरिंग करते तो मामला संवेदनशील हो सकता था।
दो बार मस्जिदों की आड़ में हो चुके हैं हमले
मौका पाकर आतंकी वहां से भाग गए। मौके पर सुरक्षाबलों को दो मैगजीन बरामद हुई है। इनमें एक खाली और दूसरी भरी हुई थी। इससे साफ हुआ कि आतंकियों ने मौके पर 30 राउंड फायर किए। आईजी ने बताया कि कुछ समय में आतंकियों की तरफ से दो वार मस्जिदों का इस्तेमाल करके हमला किया गया है। आईजी ने कश्मीर में मस्जिदों के लिए कहा कि आतंकियों को पनाह ना दी जाए।
इस दौरान आईजी की तरफ से बताया गया कि इस साल के पहले छह महीनों में कश्मीर में 118 आतंकी मारे गए है। जिसमें 107 स्थानीय और 11 पाकिस्तानी आतंकी शामिल है। इसमें कई कमांडर भी शामिल है। इनमें 57 हिजबुल, 22 लश्कर, सात आईएसजेके, सात एजीएस और एक अलबदर का आतंकी शामिल है। इन छह महीनों में 67 नए युवा आतंकी संगठनों में शामिल हुए हैं, इनमें 24 को मार भी गिराया गया। 12 को गिरफ्तार किया जा चुका है।