हैदराबाद में अमेरिकी वाणिज्य दूत जोएल रीफमैन के साथ आनलाइन बातचीत के दौरान दुती ने कहा, ‘किसी को भी कभी भी और किसी से भी प्यार हो सकता है। कोई भी ऐसा करने से पहले जात, धर्म या लिंग के बारे में फैसला नहीं करता।’ पिछले साल मई में दुती ने खुलासा किया था कि वह ओडिशा में अपने ही गांव की महिला से प्यार करती हैं। उन्होंने कहा था कि लोगों से निजी जिंदगी छिपाने से बेहतर है कि चीजों का खुलासा कर दिया जाए।
उन्होंने कहा, ‘मेरी जोड़ीदार ने हमेशा मेरा समर्थन किया और मैंने उसे अपने जीवन के लिए चुना है। लोग हमें अलग नजरिए से देख सकते हैं और समलैंगिक कह सकते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हमें अपना जीवन एक दूसरे के साथ बिताना है।’ दुती के परिवार ने इस रिश्ते पर आपत्ति जताई थी और उनकी बड़ी बहन ने तो उनसे रिश्ता तोड़ने तक की धमकी दी थी लेकिन दुती झुकी नहीं और उस महिला के साथ ही आगे बढ़ने की इच्छा जताई।
उन्होंने कहा, ‘जो भी प्यार करते हैं लेकिन दुनिया से डरते हैं उन्हें साहस दिखाना चाहिए क्योंकि दुनिया हर अच्छी चीज को स्वीकार करने में समय लेती है।’ दुती ने कहा, ‘इसलिए कृपया करके डरे नहीं क्योंकि यह आपका जीवन और आपकी खुशी है।’ सार्वजनिक तौर पर खुलासा करने के बाद दुती विश्व विश्वविद्यालय खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला ट्रैक एवं फील्ड खिलाड़ी बनी थी। उन्होंने 100 मीटर बाधा दौड़ का खिताब 11.32 सेकंड के समय के साथ जीता था। दुती महिला 100 मीटर में 11.26 सेकंड के समय के साथ राष्ट्रीय रेकॉर्ड धारक हैं।