भोपाल, एक जुलाई (भाषा) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बृहस्पतिवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। आधिकारिक जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश की प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे यहां राजभवन में एक सादे समारोह में मंत्रिमंडल के नये मंत्रियों को शपथ दिलाएंगी। यह चौहान के मंत्रिमंडल की पहला विस्तार होगा और इसमें करीब दो दर्जन मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है। चौहान ने 23 मार्च को अकेले मुख्यमंत्री की शपथ ली थी और कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के बीच मुख्यमंत्री चौहान ने 29 दिन तक अकेले ही सरकार चलाते रहे। बाद में 21 अप्रैल को पांच सदस्यीय मंत्रिपरिषद का गठन कर सके थे, जिनमें कांग्रेस छोड़ भाजपा में आये पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के दो मंत्री तुलसी सिलावट एवं गोविन्द सिंह राजपूत शामिल हैं। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कई दिन से हो रहे मंथन पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में चौहान ने बुधवार को यहां मीडिया से कहा, ”मंथन से अमृत ही निकलता है। विष तो शिव पी जाते हैं। आज महामहिम राज्यपाल (आनंदीबेन पटेल) शपथ ग्रहण करेंगी। कल (बृहस्पतिवार को) मंत्रिमंडल शपथ ले लेगा।” मुख्यमंत्री के इस बयान के चंद घंटे बाद मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अजय कुमार मित्तल ने आनंदीबेन को यहां राजभवन में बुधवार शाम साढ़े चार बजे आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल पद की शपथ दिलाई। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को 28 जून को मध्यप्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। मालूम हो कि मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है और टंडन की अनुपस्थिति के दौरान आनंदीबेन को मध्यप्रदेश के राज्यपाल के कार्यों का निर्वहन करेंगी। भाजपा सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल में करीब दो दर्जन मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मार्च माह में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए नौ पूर्व विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल होने वाले मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे, मुख्यमंत्री चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा यहां बुधवार रात को मुख्यमंत्री निवास पर पार्टी के विभिन्न विधायकों से चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये नेता उन विधायकों से भी बात कर उनको मनाने में लगे हैं, जिन्हें मंत्रिमंडल में कल जगह नहीं मिल पा रही है। भाजपा नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए बृहस्पतिवार सुबह भोपाल पहुंचेंगे। मार्च में कांग्रेस के 22 विधायकों के राज्य विधानसभा से त्यागपत्र देने से कमलनाथ नीत कांग्रेस सरकार गिर गयी थी और चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में भाजपा सरकार बनी थी। वे रिकॉर्ड चौथी बार प्रदेश के मुखिया बने हैं। कांग्रेस के अधिकांश बागी विधायक, जिन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, सिंधिया के समर्थक माने जाते हैं।