लगभग तीन महीने पहले मुंबई के का पहला मामला सामने आया था। झुग्गी बस्ती वाले इस इलाके में संक्रमण फैलने की घटना ने राज्य सरकार के साथ-साथ पूरे देश के होश उड़ा दिए थे। अब इसी धारावी से अच्छी खबर आई है। देश के सबसे बड़े झुग्गी-बस्ती वाले इलाके धारावी में कोरोना के 70 पर्सेंट से ज्यादा मरीज ठीक हो गए हैं। अभी तक कुल 2282 मरीजों में से 1618 ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
बुधवार को धारावी इलाके में के 14 नए मरीज सामने आए। इस प्रकार अभी तक कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 2,282 हो गई। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने धारावी में कोरोना से हुई मौतों की संख्या का खुलासा नहीं किया। बीएमसी ने पिछले कुछ दिनों में धारावी में हुई मौतों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। रविवार तक क्षेत्र में महामारी के कारण मरने वालों की संख्या 82 थी।
सिर्फ 535 ऐक्टिव केस बचे
बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में कोरोना वायरस के 535 मरीजों का इलाज चल रहा है। वहीं, ठीक हो जाने के बाद 1,618 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। करीब 2.5 वर्ग किलोमीटर में फैले धारावी की आबादी करीब 6.5 लाख है। निकटवर्ती दादर और माहिम क्षेत्रों में बुधवार को कोरोना वायरस के क्रमश: 21 और 19 नए मामले सामने आए।
दरअसल, धारावी में इस कामयाबी के पीछे काफी बड़े प्लान का हाथ है। बीएमसी, एनजीओ, राज्य सरकार और अन्य कई संस्थाओं ने मिलकर लगभग चार लाख घरों में सर्वे किया। हल्के-फुल्के लक्षण वाले लोगों को भी शुरुआती स्टेज में ही क्वारंटीन कर दिया गया। क्वारंटीन सेंटर में फ्री खानपान और मेडिकल फसिलिटी के चलते लोगों ने भी हिचक नहीं दिखाई। यही कारण रहा कि क्वारंटीन सेंटरों के मैनेजमेंट में बीएमसी को काफी मदद मिली।
धारावी में एक चौथाई रह गई कोरोना की रफ्तार
बीएमसी ने यह सुनिश्चित किया कि क्वारंटीन सेंटर में ही कोरोना टेस्ट की व्यवस्था की गई थी। लगातार स्क्रीनिंग, आइसोलेशन, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग और बेहतर ट्रीटमेंट के कारण कोरोना धारावी में पूरी तरह फैल नहीं पाया। शुरुआत में आशंका जताई जा रही थी कि धारावी में ही कोरोना के मामले लाखों की संख्या को पार कर सकते हैं। तमाम प्रयासों के चलते अब धारावी में कोरोना की रफ्तार कम हो गई है। प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या भी जल्द ही दहाई के आंकड़े से कम हो सकती है।