ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के कप्तान () का कहना है कि भारत जैसे क्रिकेट के दीवाने देश में लोगों की अपेक्षाओं का बोझ काफी है लेकिन () ने बतौर कप्तान शानदार प्रदर्शन किया है।
फिंच ने कहा कि खिलाड़ी खराब दौर से गुजरते हैं लेकिन कोहली, स्टीव स्मिथ (Steve Smith), रिकी पॉन्टिंग (Ricky Ponting) और सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) जैसे खिलाड़ी अपवाद हैं।
उन्होंने सोनी टेन के पिट स्टॉप शो पर कहा, ‘हर खिलाड़ी का एक खराब दौर आता है लेकिन कोहली, स्मिथ, पॉन्टिंग और तेंडुलकर ऐसे खिलाड़ी थे जिनका फॉर्म कभी भी लगातार दो सीरीज में खराब नहीं रहा।’
फिंच ने कहा, ‘भारत के लिए खेलने का दबाव अलग है और कप्तानी का अलग और जिस तरह से कोहली लंबे समय से दोनों काम कर रहे हैं, वह लाजवाब है।’
उन्होंने कहा, ‘महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) से कप्तानी लेने के बाद अपेक्षाएं काफी थीं और वह लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे। यह काफी प्रभावशाली है।’
उन्होंने कहा, ‘सबसे प्रभावी बात तो तीनों प्रारूपों में उनका लगातार अच्छा खेलना है। वनडे क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज होना और फिर टेस्ट और टी20 में उस कामयाबी को दोहराना, काबिले-तारीफ है।’
आईसीसी ने गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है और फिंच ने कहा कि खिलाड़ियों को इसकी आदत हो जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘मैने इंग्लैंड या वेस्टइंडीज टीमों से बात नहीं की है लेकिन मुझे लगता है कि अगले कुछ महीने में खिलाड़ी इसके आदी हो जाएंगे। गेंद को चमकाने के दूसरे तरीके तलाशे जाएंगे।’