रूट अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण आठ जुलाई से शुरू हो रहे पहले टेस्टमें नहीं खेलेंगे जिनकी जगह स्टोक्स को कप्तानी दी जा सकती है। स्टोक्स ने बीबीसी से कहा, ‘मैं हमेशा अपनी प्रतिबद्धता और खेलने के तरीके से मिसाल कायम करना चाहता हूं। कप्तानी मिलने पर भी मेरी तरीका नहीं बदलेगा।’
पिछले साल विश्व कप और एशेज सीरीज में इंग्लैंड की शानदार जीत के नायक रहे स्टोक्स ने कहा, ‘मैं बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में सकारात्मक प्रभाव छोड़ना चाहता हूं । हालात के अनुरूप में जो भी कर रहा हूं, मैं सकारात्मक रास्ता चुनता हूं।’
अगर स्टोक्स कप्तानी करते हैं तो ऐंड्रू फ्लिंटॉफ के बाद टीम की कमान संभालने वाले वह पहले हरफनमौला होंगे । वह 2017 में उपकप्तान बने थे लेकिन ब्रिस्टल में एक नाइटक्लब के बाहर झड़प के बाद अपना स्थान गंवा दिया था।
उन्होंने कहा, ‘इंग्लैंड की कप्तानी करना फख्र की बात है । भले ही जिंदगी में एक ही बार यह कहने का मौका मिले कि हां मैने इंग्लैंड की कप्तानी की है।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी टीम में कई अनुभवी खिलाड़ी हैं जिनसे मैं राय लूंगा। सभी की सलाह से लिए गए फैसले अच्छे होते हैं।’