सीएम सोरेन को ट्विटर के जरिए जानकारी मिली कि गीता वित्तीय समस्याओं के कारण सड़क किनारे सब्जी बेचने को मजबूर हैं। मुख्यमंत्री ने रामगढ़ के उपायुक्त को कुमारी की आर्थिक रूप से सहायता करने का निर्देश दिया ताकि वह अपने ऐथलेटिक्स करियर को आगे बढ़ा सकें।
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आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि रामगढ़ के उपायुक्त (डीसी) संदीप सिंह ने सोमवार को गीता को 50,000 रुपये का चेक दिया और ऐथलीट को 3,000 रुपये मासिक वजीफा देने की भी घोषणा की।
खेल की दुनिया में ऐथलीट की सफलता की कामना करते हुए उपायुक्त ने कहा, ‘रामगढ़ में कई खिलाड़ी हैं जो देश के लिए सफलता हासिल करने में सक्षम हैं, और प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि उन्हें समर्थन मिले।’
गीता के चचेरे भाई धनंजय प्रजापति ने कहा, ‘वह सब्जी बेचने के साथ हजारीबाग जिले के आनंद कॉलेज में बीए अंतिम वर्ष की छात्रा हैं। उनका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है और अब प्रशासन की मदद मिलने से वह खुश हैं।’
विज्ञप्ति के मुताबिक गीता ने राज्य स्तर पर चलने वाली प्रतियोगिताओं में आठ गोल्ड मेडल हासिल किए हैं। उन्होंने कोलकाता में आयोजित प्रतियोगिताओं में एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता था।