कोरोना महामारी के बीच घोषित लॉकडाउन में छूट के दूसरे चरण में मुंबई में बुधवार से 350 लोकल ट्रेनें और चलेंगी। हालांकि इस दौरान इन ट्रेनों में केवल सरकारी कर्मियों को ही सफर करने की इजाजत दी गई है। रेलवे का कहना है कि ये सेवाएं आम लोगों के लिए नहीं होंगी। रेल मंत्रालय ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार, केंद्र, आईटी, जीएसटी, सीमा शुल्क, पोस्टल, राष्ट्रीयकृत बैंक, एमबीपीटी, न्यायपालिका, रक्षा और राजभवन के स्टाफ सहित जरूरी कर्मचारियों को ही सफर करने की अनुमति होगी।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, रेल मंत्रालय ने लोकल ट्रेनों के चलाने के दौरान यह भी घोषणा की है कि आम यात्रियों के लिए अभी तक कोई सेवा नहीं शुरू नहीं की गई है। केवल आवश्यक कटेगरी वाले यात्री की इस दौरान सफर कर सकेंगे। बता दें कि मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन सेवा पिछले करीब 3 महीने से बंद होने के बाद 16 जून को कुछ सर्विस के साथ शुरू हुई थी।
बता दें कि मुंबई के उपनगरीय रेल मार्ग पर आवश्यक सेवाओं के लिए 362 लोकल सेवाओं का संचालन किया जा रहा है। इन लोकल सेवाओं में करीब सवा लाख कर्मचारी रोजाना सफर करेंगे। रेलवे का अनुमान है कि सवा लाख में से 50 हजार कर्मचारी पश्चिम रेलवे में सफर करेंगे। मध्य रेलवे ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ये लोकल सेवाएं केवल उन लोगों के लिए संचालित की जा रही है, जिन्हें राज्य सरकार ने अत्यावश्यक सेवाओं के लिए चिन्हित किया है।
स्टेशन के बाहर होंगे सुरक्षा के इंतजाम
स्टेशन के बाहर भीड़ न लगे और जिन लोगों को इजाजत मिली है उन्हें आने-जाने में भीड़ से होते हुए स्टेशन के अंदर न आना पड़े, इसके लिए बाहर न पार्किंग की इजाजत होगी और न वेंडर्स की। स्टेशन को आने वाले रास्तों पर भी इसका ख्याल रखा जाएगा। हर स्टेशन पर मेडिकल स्टाफ के साथ ऐंबुलेंस तैनात की जाएंगी ताकि इमर्जेंसी में तैयार रहा जा सके। रेलवे ने लोगों से भी COVID-19 के लिए जारी मेडिकल और सामाजिक नियमों का पालन करने की अपील की है और किसी भी अफवाह पर भरोसा नहीं करने को कहा है।