राजपूत का मानना है कि गांगुली की भारत में क्रिकेट खेलने के तरीके में बदलाव लाने में एक बड़ी भूमिका रही और धोनी इसे आगे लेकर गए जब वह 2007 में टीम के कप्तान बने।
राजपूत ने स्पोटर्सक्रीड़ा से कहा, ‘गांगुली खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देते थे और उन्होंने भारतीय टीम की मानसिकता में बदलाव किया और मुझे लगता है कि धोनी इसी चीज को लेकर आगे गए। अगर धोनी को लगता कि किसी खिलाड़ी में काबिलियत है, वो उन्हें पूरे मौके देने की कोशिश करते थे।’
पूर्व मैनेजर ने कहा कि धोनी की कप्तानी में राहुल द्रविड़ और गांगुली का मिश्रण है। उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो वह काफी शांत रहते हैं। एक कप्तान को मैदान पर रहते हुए फैसले लेने होते हैं और वो दो कदम आगे की सोचते हैं। एक चीज जो मुझे उनकी अच्छी लगती है कि वो सोचने वाले कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में राहुल द्रविड़ और सौरभ गांगुली का मिश्रण है। गांगुली काफी आक्रामक कप्तान थे।’