इस सीरीज के दौरान रोहित पर निगाहें टिकी रहेंगी जिन्होंने पिछले साल अक्टूबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पहली बार सलामी बल्लेबाज के रूप में उतरकर शानदार प्रदर्शन किया था। वह पिंडली के चोट के कारण न्यूजीलैंड के खिलाफ दोनों टेस्ट में नहीं खेल पाये थे।
हसी ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में दुनिया के किसी भी बल्लेबाज की परीक्षा होती है लेकिन मेरा मानना है कि उसने (रोहित) एकदिवसीय क्रिकेट में शीर्ष क्रम में काफी मैच खेले हैं और उसे अब टेस्ट मैचों में भी सफलता मिली है और इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ा होगा।’
उन्होंने सोनी टेन पिट स्टॉप में कहा, ‘मुझे इसमें कोई संदेह नहीं कि उसके पास वह क्षमता और कौशल है जिससे वह वहां की परिस्थितियों में सफल हो सकता है।’
हसी का इसके साथ ही मानना है कि और डेविड वॉर्नर की वापसी से भारत के लिए आगामी सीरीज काफी मुश्किल होगी। भारत ने 2018 में ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीती थी तब स्मिथ और वार्नर प्रतिबंधित होने के कारण उसमें नहीं खेल पाए थे।
उन्होंने कहा, ‘निश्चित तौर पर स्मिथ और वार्नर की वापसी से टीम मजबूत हुई है लेकिन दो साल पहले जो खिलाड़ी खेले थे तब वे पूरी तरह से तैयार नहीं थे। अब वे अनुभवी हो गये हैं और इसलिए भारत को इन गर्मियों में ऑस्ट्रेलिया में कड़ी चुनौती मिलेगी।’