जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के सफाए का अभियान काफी तेज हो गया है। ऑपरेशन ऑलआउट के तहत चुन-चुनकर आतंकियों का काम तमाम हो रहा है। कश्मीर घाटी में आतंक का गढ़ माने जाने वाले त्राल को आतंक मुक्त करने के बाद अब जम्मू के डोडा में बड़ी कामयाबी मिली है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने जम्मू जोन के डोडा जिले को आतंक मुक्त होने का ऐलान किया है।
डीजीपी का ऐलान- डोडा आतंकी फ्री
डीजीपी दिलबाग सिंह ने डोडा में आतंकियों के ताबूत में आखिरी कील ठोकने का ऐलान करते हुए कहा, ‘अनंतनाग के खुल चोहार इलाके में पुलिस और लोकल राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को ढेर किया गया। इनमें से एक लश्कर का जिला कमांडर था। मुठभेड़ में के कमांडर मसूद को भी ढेर कर दिया गया है। इसके साथ ही जम्मू जोन का डोडा जिला आतंकियों से पूरी तरह मुक्त हो गया है।’
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‘हिज्बुल कमांडर मसूद ढेर, आखिरी सक्रिय आतंकी’
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा, ‘मसूद के रूप में आखिरी सक्रिय आतंकवादी के मारे जाने के बाद अब डोडा जिला पूरी तरह आतंकवाद मुक्त हो गया है।’ पुलिस ने कहा कि मसूद दुष्कर्म के एक मामले में शामिल था और फरार था। बाद में उसे उसने हिज्बुल का दामन थाम लिया और कश्मीर को अपना एरिया ऑफ ऑपरेशन बनाया। मुठभेड़ स्थल से एक एके-47 राइफल और दो पिस्टल बरामद किए गए।
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अनंतनाग में कुल तीन आतंकी ढेर
अनंतनाग जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच सोमवार को हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने दक्षिणी कश्मीर जिले के खुल चोहार में घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों के सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाने के बाद अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए। इनमें लश्कर के दो आतंकियों के साथ ही हिज्बुल कमांडर मसूद भी शामिल है।
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त्राल से आतंकियों का सफाया
उधर श्रीनगर से करीब 45 किलोमीटर दूर स्थित त्राल में अब कोई आतंकी सक्रिय नहीं है। इस बात की पुष्टि खुद जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने हाल ही में एक मुठभेड़ के बाद की थी, जिसमें तीन आतंकी मार गिराए गए थे। पुलवामा के इस इलाके में हिज्बुल के पूर्व कमांडर बुरहान वानी, जाकिर मूसा और कई मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों के घर हैं। साल 2016 में जहां सेना ने बुरहान को जुलाई महीने में मार गिराया था, वहीं इसी साल जाकिर मूसा जैसे आतंकियों का भी काम तमाम कर दिया गया।