पाकिस्तान के कराची में सोमवार को स्टॉक एक्सेंज पर हुए हमले का आरोप भारत के सिर मढ़ने पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को भारत ने तीखा जवाब दिया है। भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि पाकिस्तान से उलट भारत उग्रवाद की आलोचना से पीछे नहीं हटता और ‘बेतुकी’ टिप्पणियां कर पाकिस्तान अपने घर की परेशानियों का आरोप भारत पर नहीं लगा सकता। बता दें कि कराची हमले में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई है।
‘निंदा करने से नहीं झिझकता भारत’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कराची हमले का संबंध भारत से जोड़ने पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री की निन्दा की और उनकी टिप्पणियों को ‘बेतुका’ करार दिया। बयान जारी कर मंत्रालय ने कहा है, ‘पाकिस्तान के विपरीत कराची सहित दुनिया के किसी भी हिस्से में उग्रवाद की आलोचना करने में भारत नहीं झिझकता। कराची में हुए उग्रवादी हमले को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री की बेतुकी टिप्पणियों को खारिज करता है। पाकिस्तान अपनी घरेलू समस्याओं का आरोप भारत पर नहीं लगा सकता।’
कुरैशी ने लगाया भारत पर आरोप
इससे पहले कुरैशी ने स्थानीय मीडिया से कहा था कि उन्होंने पहले ही इस बात की चेतावनी दी थी कि भारत पाकिस्तान में अपने ‘स्लीपर सेल’ ऐक्टिवेट कर रहा है। कुरैशी ने आरोप लगाया कि हमले की जिम्मेदारी लेने की बात करने वाली बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) का संबंध भारत से है। उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर को खोले जाने का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान शांति की बात करता है और भारत का जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन का सच दुनिया के सामने आ रहा है।
हमले में मारे गए चारों उग्रवादी
बता दें कि भारी हथियारों से लैस चार उग्रवादियों ने कराची स्थित पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज पर सोमवार सुबह हमला कर दिया, जिसमें अब तक कुल 7 लोगों के मारे जाने की खबर है। जवाबी गोलीबारी में सभी उग्रवादी भी मारे गए। कार में सवार होकर आए उग्रवादियों ने शहर के उच्च सुरक्षा वाले व्यावसायिक केंद्र में स्थित बहुमंजिला इमारत में घुसने की कोशिश की और मुख्य द्वार पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं और हथगोले फेंके।