जब अफरीदी से पूछा गया कि कोरोना वायरस से संक्रमण के बाद उन्होंने बचाव के तौर पर क्या किया तो इस पूर्व ऑलराउंडर ने कहा, ‘मैंने खुद को कोई आइसोलेशन में नहीं रखा, सिवाय दो-तीन दिनों के लिए क्वारंटीन में रहने के। फिर मैं अपने कमरे से बाहर आ गया। मुझे पता था कि अगर मैंने आराम करना जारी रखा, तो यह मेरे लिए मुश्किल होगा।’
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पाकिस्तान के लिए 398 वनडे, 99 टी20 इंटरनैशनल और 27 टेस्ट मैच खेलने वाले 40 वर्षीय अफरीदी ने आगे कहा, ‘फिर मैंने अपनी ट्रेनिंग फिर से शुरू की।’ उन्होंने कहा कि पहले दो दिनों के दौरान मुझे काफी भूख लगती थी।
उन्होंने आगे कहा कि वह इस दौरान खुद का डॉक्टर बन गए थे। अफरीदी ने 13 जून को अपने ट्विटर अकाउंट पर ही बताया था कि वह इस वायरस से संक्रमित हैं।
अफरीदी ने कहा, ‘जहां तक लक्षणों का सवाल है, मुझे ऐसा कोई लक्षण नहीं है। पहले कुछ दिन मुश्किल थे, लेकिन फिर मुझे कुछ सुधार नजर आने लगे।’ उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्होंने सोशल डिस्टैंसिंग बनाए रखने और साफ-सफाई को लेकर नियमों का पालन किया।
अफरीदी ने लॉकडाउन के बारे में कहा, ‘मैं सरकार की स्मार्ट लॉकडाउन नीति को नहीं समझता। लोग लॉकडाउन में घंटों तक कई स्थानों पर जुटे हैं, जिससे संक्रमण गंभीर हो सकता है।’