भारत ने (UNSC) की अस्थाई सदस्यता के लिए मतदान की दृष्टि से अब तक का बेहतरीन प्रदर्शन किया है। एशिया पसिफिक ग्रुप से सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्य के तौर पर भारत का निर्विरोध निर्वाचन हुआ और कुल 192 वोटों में 184 वोट हासिल किए। भारत आठवीं बार सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य बना है। इसका एक साल का कार्यकाल 1 जनवरी, 2021 से शुरू होकर दो वर्षों तक रहेगा।
विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिमी क्षेत्र) विकास स्वरूप ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता के लिए कुल वोटों का एक तिहाई हिस्सा हासिल करना होता है। हालांकि, भारत ने 128 के इस जादूई आंकड़े से बहुत ज्यादा वोट पाए। जब उनसे पूछा गया कि वो आठ कौन से देश होंगे जिन्होंने भारत को वोट नहीं दिया तो उन्होंने कहा कि ध्यान इस बात पर दिया जाना चाहिए कि भारत को लगभग वैश्विक स्वीकृति मिली है। संयुक्त राष्ट्र के 192 सदस्य देशों में अगर 184 देशों ने भारत के पक्ष में मतदान किया तो इसका मतलब यही है।
पाकिस्तान को लेकर किए गए एक सवाल पर स्वरूप ने कहा कि इस पड़ोसी देश का ऐसा व्यवहार लंबे वक्त से देखा जा रहा है। वो हमेशा द्विपक्षीय मुद्दों को बहुपक्षीय मचों पर ले आता है। दरअसल, एक संवाददाता ने स्वरूप से कहा कि पाकिस्तानी मीडिया में कहा जा रहा है कि पाकिस्तान ने पिछले साल भारत के कैंडिडेचर का समर्थन तो किया था, लेकिन फाइनल वोटिंग में साथ नहीं देगा। इस पर स्वरूप ने कहा कि पाकिस्तान का यह रवैया पिछले कई महीनों और सालों से देखा जा रहा है।