भारत से तनाव के बीच चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपनी सेना को और मजबूत बनाने के लिए सैन्य मैनेजमेंट में सुधार और ट्रेनिंग की गतिविधि बढ़ाने के लिए कहा है। चीन के सरकारी मीडिया शिन्हुआ के अनुसार देश की सेना के प्रमुख की भी जिम्मेदारी संभालने वाले शी ने सशस्त्र बलों के रणनीतिक प्रबंधन प्रशिक्षण पर टेली-कॉन्फ्रेंस में ये महत्वपूर्ण निर्देश दिए। सैन्य आधुनिकीकरण पर उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन का भारत के साथ तनाव चल रहा है।
सेना के रणनीतिक प्रबंधन पर जोर
चिनफिंग ने इस दौरान सशस्त्र बलों के लिए रणनीतिक प्रबंधन प्रशिक्षण के महत्व पर जोर दिया। चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव शी चिनफिंग ने कहा कि प्रबंधन अवधारणाओं को उन्नत करने के लिए उद्देश्यों, समस्याओं तथा परिणामों पर केंद्रित एवं रणनीतक प्रबंधन की प्रणाली को सुधारने की दिशा में प्रयास होने चाहिए।
भारत और अमेरिका से चीन का विवाद
चीनी राष्ट्रपति के बयान ऐसे समय में आए हैं जब पीएलए ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बहुत आक्रामक रुख अपना रखा है और अपने दावे कर रहा है जिसे भारत 3,488 किलोमीटर लंबी एलएसी के प्रबंधन के समस्त समझौतों का उल्लंघन करने वाला बताता है। वहीं दक्षिण तथा पूर्वी चीन सागरों में चीन के शक्ति प्रदर्शन समेत अनेक विषयों पर अमेरिका के साथ उसके मतभेद हैं।
युद्ध की तैयारियां कर रहा चीन
शिन्हुआ के अनुसार शी ने सशस्त्र बलों के लिए 13वीं पंचवर्षीय योजना को पूरी तरह लागू करने तथा सैन्य विकास के लिए 14वीं पंचवर्षीय योजना की रूपरेखा को आगे बढ़ाने की जरूरत बताई। चीन ने हाल ही में इस साल के रक्षा सैन्य बजट को मंजूरी प्रदान की थी जो करीब 1.27 हजार अरब युआन (करीब 179 अरब डॉलर) का है। पिछले साल यह बजट 177.61 डॉलर का था। शी 2012 में सत्ता में आने के बाद से सैनिकों की युद्ध तैयारियों पर जोर दे रहे हैं।