पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह () ने पूछा है कि लद्दाख की गलवान घाटी (Galwan Valley) में चीनी सैनिकों ने जब भारतीय सेना के जवानों पर हमला किया तो ‘चीनियों पर गोली चलाने की अनुमति क्यों नहीं दी गई। साथ ही सीएम ने कहा कि कोई अपना काम करने में नाकाम रहा। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘वे वहां बैठ कर क्या कर रहे थे जबकि उनके साथी मारे जा रहे थे।’
कैप्टन ने कहा कि अगर यूनिट के पास हथियार थे, जैसा कि अब दावा किया जा रहा है, तो यूनिट के उप कमांडर को उस वक्त गोली चलाने का आदेश देना चाहिये था जब कमांडिंग अधिकारी चीनियों के विश्वासघात के शिकार हुए। पंजाब के मुख्यमंत्री ने पूछा, ‘देश जानना चाहता है कि हमारे सैनिकों ने उस तरीके से जवाब क्यों नहीं दिया जैसा कि उन्हें प्रशिक्षित किया गया है। अगर उनके पास हथियार थे तो उन्होंने गोली क्यों नहीं चलाई।’ इस हमले को ‘भयावह और बर्बर’ करार देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मोर्चे पर तैनात सैनिकों को ‘स्पष्ट रूप से यह कहा जाना चाहिए कि अगर वह हमारे एक जवान को मारते हैं तो तुम उनके तीन जवानों को मारो।
‘कोई अपना काम करने में नाकाम रहा: कैप्टन
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह एक राजनेता के तौर पर नहीं बोल रहे हैं बल्कि वह ऐसे व्यक्ति के रूप में यह सब कह रहे हैं जो सेना का हिस्सा रह चुका है। कैप्टन ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद भी उन्होंने कहा था कि अगर वह हमारे एक सैनिक मारते हैं तो हमें उनके दो सैनिकों को मारना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि चीनी सैनिकों के साथ गतिरोध के दौरान लद्दाख में भारतीय सैनिकों पर हुए इस बर्बर हमले में, भारतीय सैनिकों को गोली चलाने की अनुमति क्यों नहीं दी गई, सीएम ने कहा, ‘कोई अपना काम करने में नाकाम रहा और हमें यह पता लगाने की जरूरत है कि वह कौन था।’
‘हिंदी चीनी भाई भाई’ के नारे को समाप्त करने की वकालत
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं जानना चाहता हूं, प्रत्येक सैनिक जानना चाहता है और प्रत्येक भारतीय जानना चाहता है कि क्या हुआ।’ उन्होंने कहा कि वह इस घटना को बहुत गहराई से महसूस करते हैं, इस घटना ने हमारे खुफिया विभाग की विफलता को भी उजागर किया है।’ उन्होंने इस घटना को हर भारतीय का अपमान बताया। कैप्टन ने कहा कि वहां जो कुछ भी हुआ वह मजाक नहीं था। ‘हिंदी चीनी भाई भाई’ के नारे को समाप्त करने की वकालत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को इस मसले पर पीछे नहीं हटना चाहिए।
किसी भी दुश्मन से निपटने में सक्षम है भारतीय सेना
उन्होंने कहा, ‘अगर चीन विश्व शक्ति है, तो हम भी हैं।’ उन्होंने जोर देकर कहा, ’60 साल की कूटनीति ने काम नहीं किया है और अब यह बताने का समय आ गया है कि बस, अब बहुत हो गया।’ उन्होंने कहा कि चीन इस बात से अवगत है कि हम उससे निपटने में सक्षम हैं। उन्होंने साफ किया कि भारतीय सेना एक उच्च पेशेवर सेना है और किसी भी दुश्मन से निपटने में सक्षम है।