बेंगलुरुभारतीय हॉकी टीम के पूर्व सहायक कोच ने खेल प्रशिक्षकों को दिए जाने वाले द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए आवेदन किया है। हॉकी इंडिया ने बीजे करियप्पा और रोमेश पठानिया के नाम की सिफारिश कोच को दिए जाने वाले देश के सर्वोच्च सम्मान द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए की है। परमेश्वरन ने हॉकी कर्नाटक के जरिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए आवेदन करने का फैसला किया।
इस 70 वर्षीय कोच ने कहा, ‘यह मेरे लिए जूनियर खिलाड़ी से लेकर राष्ट्रीय कोच बनने तक लंबी, शानदार और संतोषजनक यात्रा रही। मेरे जीवन में भी उतार चढ़ाव आए, हार और जीत मिली लेकिन कुल मिलाकर यह मेरे पास सबसे अच्छा अनुभव है।’
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परमेश्वरन 2015 से कर्नाटक हॉकी अकैडमी में कोच हैं जहां वह युवा खिलाड़ियों को तराश रहे हैं। द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए आवेदन करने के उनके फैसले को पूर्व खिलाड़ियों जैसे 1980 की ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता टीम के कप्तान वासुदेवन भास्करन, पूर्व राष्ट्रीय कोच एमके कौशिक, दिलीप टिर्की, आशीष बलाल और अन्य का समर्थन मिला है।