उत्तर भारत पिछले दिनों कई बार झेल चुका है और फिलहाल यह सिलसिला थमता नहीं दिख रहा है। ताजा झटके हरियाणा के रोहतक में गुरुवार सुबह 4 बजकर आए। हालांकि, तीव्रता कम होने की वजह से ज्यादातर जगहों पर यह महसूस नहीं किए गए। पिछले कुछ वक्त में जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, गुजरात में छोटे-छोटे झटके लग चुके हैं।
रिक्टर स्केल पर 2. 1 तीव्रता
रोहतक में आया भूकंप वहां से 15 किमी दक्षिणपूर्व की ओर था और इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.1 थी जो काफी कम होता है। फिलहाल किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है लेकिन अधिक आधिकारिक जानकारी का इंतजार किया जा रहा है। इससे पहले जम्मू-कश्मीर ने पिछले दो दिन में भूकंप के चार झटके सहे हैं। वहीं, रविवार को गुजरात में रिक्टर स्केल पर 5.5 तीव्रता के झटके महसूस किए गए। राजधानी दिल्ली भी पिछले दो महीनों में 11 बार हिचकोले खा चुकी है।
अधिकतर झटकों के केंद्र में रही दिल्लीदेश की राजधानी भी लगातार भूकंप के झटके महसूस कर रही है। पिछले दो महीने में 11 बार कम तीव्रता के भूकंप आ चुके हैं। भूकंप का केंद्र भी दिल्ली या एनसीआर के इलाकों में रहा। कई एक्सपर्ट्स दिल्ली-एनसीआर में बड़ा भूकंप आने की चेतावनी दे चुके हैं। दिल्ली-एनसीआर का इलाका भूकंप के लिहाज से संवदेनशील जोन IV में आता है। वैज्ञानिक यह भी कहते हैं कि छोटे-छोटे झटके एक दिन किसी बड़े भूकंप की वजह बन सकते हैं।