चीन में पल-पल बदलते हुए के लक्षणों को स्वास्थ्य विशेषज्ञों को हैरानी में डाल दिया है। हाल में ही राजधानी पेइचिंग में आई कोरोना वायरस की दूसरी लहर में संक्रमित मरीजों में बिलकुल अलग तरह के लक्षणों को देखकर डॉक्टर्स भी हैरान हैं। पहले भी चीन में कोरोना से संक्रमित लोगों में अलग-अलग तरह के लक्षण देखने को मिले थे।
मरीजों के पेट और हड्डियों में दर्द
ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले 2-3 दिनों में पेइचिंग में जो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए उनमें से अधिकतर लोगों को पेट और हड्डियों में दर्द की शिकायत थी। इतना ही नहीं, चीन की राजधानी के अलग-अलग इलाकों में रहने वाले लोगों में भी अलग-अलग तरह के लक्षण देखने को मिल रहे हैं।
अधिकतर युवा संक्रमित
चीनी मीडिया के अनुसार, 11 जून के बाद से पेइचिंग में कोरोना वायरस के 137 नए मामले आए हैं। संक्रमित लोगों में युवाओं की तादाद काफी ज्यादा है। हालांकि, इन लोगों में लक्षण काफी मामूली पाए गए हैं।
90 हजार लोगों की जांच जारी
पेइचिंग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कि चीन की राजधानी में स्थिति ‘काफी विकट’ है जहां अधिकारियों ने प्रसार रोकने के लिए कई उपाय किए हैं और करीब 90 हजार लोगों की जांच जारी है। इसके अलावा जहां से नये संक्रमण की खबर है वहां के थोक बाजार में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। पेइचिंग महानगर के प्रवक्ता शू हेजियान ने कहा कि पिछले 22 घंटे में 27 नये मामले सामने आए हैं।
पूरे शहर में सख्त पाबंदियां
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लोगों को कोरोना वायरस का टेस्ट कराने के लिए कहा जा रहा है, वहीं जगह-जगह लोगों के तापमान की जांच भी की जा रही है। पेइचिंग में लोगों के इकट्ठा होने और किसी भी प्रकार के खेल पर भी पाबंदी लगाई गई है। इससे पहले रविवार को राजधानी के तीन बाजारों को पूरी तरह से बंद कर पूरे क्षेत्र में सख्त लॉकडाउन को लागू कर दिया गया था।
चीन का दावा- यूरोप से आया संक्रमण
चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, बीजिंग सीडीसी शोधकर्ताओं ने कहा है कि राजधानी पेइचिंग के Xinfadi बाजार में क्लस्टर संक्रमण फैलाने वाले कोरोना वायरस के जीनोम सिक्वेंसिंग से पता चला है कि यह यूरोप से आया है। शोधकर्ताओं ने दावा किया कि यह संक्रमण चीन के बाहर से आए वायरस से फैला है।