ओलिंपिक मेडलिस्ट रेसलर सुशील ने एएनआई से कहा कि वह इस खबर से काफी दुखी हैं कि भारतीय जवान शहीद हुए। उन्होंने कहा, ‘मैं यह सुनकर बहुत दुखी हूं कि हमारे सैनिक चीन के साथ खूनी संघर्ष में शहीद हो गए। सबसे पहले सैनिकों और उनके परिवारों को सलाम क्योंकि जवान देश की सेवा करते हुए शहीद हुए।’
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उन्होंने आगे कहा, ‘चीन यह सब ऐसे समय में कर रहा है जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए एकजुट है। मुझे नहीं लगता कि हमें चीन के साथ अच्छे संबंध रखने चाहिए। हमें उनके उत्पादों का बहिष्कार करना चाहिए। सरकार को भी ऐसी नीतियों को लाना चाहिए ताकि चीन के उत्पाद हमारे देश में आ ही ना सकें।’
1975 के बाद से दोनों देशों के सैनिकों के बीच इस झड़प को सबसे गंभीर माना जा रहा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गलवान घाटी में देश के वीर सपूतों ने जो सर्वोच्च बलिदान दिया है, वह व्यर्थ नहीं जाएगा।